डॉन-न्यूज ने सोमवार को यूएनडीपी के पहले ‘कोविड-19 – पाकिस्तान सोशियो-इकॉनॉमिक इम्पैक्स असेसमेंट एंड रिस्पांस प्लान’ का आकलन कर कहा कि राज्य और समाज का आवश्यक सामाजिक अनुबंध कमजोर होने से यह देश हाशिए पर चला गया।
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के अनुसार पाकिस्तान में महामारी को रोकने के पर्याप्त प्रयासों के बावजूद, परिणाम खराब रहे हैं। बिजनेसमैन, संघीय सरकार के एकतरफा फैसलों से असंतुष्ट हैं। इससे उनका कारोबार प्रभावित हुआ है। यह भी कहा जा रहा है कि चिकित्सा स्वास्थ्य पेशेवरों को समय पर मेडिकल किट और अन्य उपकरण नहीं दिए गए।
पाकिस्तान में गरीब वर्ग परेशान है क्योंकि उन्होंने अपनी आजीविका खो दी है। कई लोग अब दैनिक मजदूरी कर अपना पेट भर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार ऐसा माना जाता है कि चुनी हुई स्थानीय सरकारों और आबादी के बीच बेहतर रिश्ते बनाने की जरूरत है। ताकि वर्तमान स्थिति में नागरिकों को सरकारी मदद समय पर मिल सकती है। हालांकि देश में एक राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना है। स्थानीय सरकारों को जिला आपदा प्रबंधन जैसी मजबूत प्रणाली की आवश्यकता है।