इमरान खान ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अयोग्य घोषित करने और उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर करने के इरादे से ‘इस्लामाबाद घेरो’ अभियान का आगाज किया है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख नेता इमरान खान ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अयोग्य घोषित करने और उन्हें पद छोड़ने के लिए मजबूर करने के इरादे से ‘इस्लामाबाद घेरो’ अभियान का आगाज किया है। इस सिलसिले में पार्टी समर्थक 30 अक्टूबर को राजधानी इस्लामाबाद की सड़कें रोकेंगी और सरकारी कार्यालयों का घेराव करेगी।
इमरान ने कहा है कि प्रधानमंत्री शरीफ भ्रष्टाचार के साबित हो चुके आरोपों पर अपनी सफाई दें या फिर पद छोड़ें। प्रमुख अखबार डॉन के अनुसार, हालांकि क्रिकेटर से राजनेता बने खान ने इस्लामाबाद बंद कार्यक्रम की तिथि में बदलाव की संभावना की ओर भी इशारा किया। इमरान खान ने कहा, “अगर पाकिस्तान को उसके असली रूप में देखना चाहते हैं तो आइए और इस्लामाबाद में तहरीक-ए-इंसाफ के निर्णायक धरना में शामिल होइए।”
खान ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) और पूर्व की सरकार पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की राज्य की संस्थाओं को कमजोर करने के लिए आलोचना की। उन्होंने प्रधानमंत्री शरीफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ और वित्त मंत्री इशाक डार के खिलाफ कार्रवाई करने में वे विफल रहे हैं।
आपको बता दें कि 15 अगस्त को इमरान की पार्टी ने नवाज शरीफ की संसद सदस्यता रद किए जाने के संबंध में भी याचिका दायर की थी। यह याचिका अब पाकिस्तान के चुनाव आयोग के पास विचार के लिए लंबित है।
राहील शरीफ को फील्ड मार्शल बनाने की मांग
पाकिस्तान में जनरल राहील शरीफ को फील्ड मार्शल बनाए जाने से संबंधित एक याचिका इस्लामाबाद हाई कोर्ट में दायर की गई है। याचिकाकर्ता सरदार अदनान सलीम नाम के अधिवक्ता ने कहा है कि जनरल शरीफ इसी साल नवंबर में रिटायर हो रहे हैं। सेना में उनकी सेवाओं और आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए जर्ब ए अज्ब ऑपरेशन की सफलता को देखते हुए रिटायरमेंट के बाद उन्हें फील्ड मार्शल बनाया जाए।