इमरान खान की ताजपोशी क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ने आज देश का नया इतिहास लिख दिया। इमरान खान ने 1992 में क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तान टीम का नेतृत्व किया। 1996 में उन्होंने राजनीति में शामिल होने का फैसला किया और पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ नाम की एक नई पार्टी बनाई। राजनीति में शामिल होने के बाद से दो दशकों से अधिक समय बाद उन्हें कामयाबी मिली और और वह आखिरकार प्रधानमंत्री पद तक पहुंचने में सफल रहे।
इमरान चुने गए पीएम इसे पहले शुक्रवार को इमरान खान पाकिस्तान के नए प्रधान मंत्री चुने गए। उन्होंने अपने अपने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उम्मीदवार शाहबाज शरीफ को हराया। 65 वर्षीय क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पार्टी ने ने 176 सीटों पर जीत दर्ज की। जबकि पीएमएल-एन अध्यक्ष और जेल में बंद पूर्व पाकिस्तानी प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ सिर्फ 96 सीटें हासिल करने में कामयाब रहे। बता दें कि 25 जुलाई के आम चुनावों में पीटीआई को 116 सीटें मिली थीं। और वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने 11 अगस्त को महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए आरक्षित सीटों पर सफल उम्मीदवारों की अधिसूचना जारी की थी, जिसके बाद पीटीआई की सदन में 158 सीटें हो गई थीं।
‘नया पाकिस्तान’ का वादा अपने चुनाव अभियान में इमरान खान ने नया पाकिस्तान बनाने का दावा किया था। प्रधान मंत्री के रूप में चुने जाने के बाद इमरान खान ने बदलाव लाने का वचन दिया है। उन्होंने कहा था कि देश पिछले 70 वर्षों से बदलाव का इंतजार कर रहा है । उन्होंने देश को लूटने के लिए उत्तरदायी लोगों की पहचान करने और उनको कड़ी सजा देने का आश्वासन दिया है।
भारत से पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में 1992 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य शमिल हुए । भारत से इस समारोह में भाग लेने के लिए पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू, कल पाकिस्तान पहुंच गए थे। बता दें कि कपिल देव और सुनील गावस्कर को भी आमंत्रित किया गया था। कपिल देव ने ‘व्यक्तिगत कारणों’ का हवाला देते हुए और गावस्कर ने भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट श्रृंखला के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं के कारण निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया।