बता दें, पाकिस्तान चुनाव आयोग ने निर्वाचित सदस्यों की अंतिम संख्या के आधार पर पार्टियों को रिजर्व सीटें आवंटित कीं। नेशनल असेंबली में महिलाओं के लिए 60 जबकि अल्पसंख्यकों के लिए 10 रिजर्व सीटें हैं। पाकिस्तान के एक मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार- भावी प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को पंजाब प्रांत से महिलाओं के लिए आरक्षित 16, सिंध से चार, खैबर पख्तूनख्वा से सात और बलूचिस्तान से एक सीट दी गई है। पार्टी को अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित 10 सीटों में से आधी यानी 5 सीटें दी गई हैं। जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को दो, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को दो और मजलिस-ए-अमल (एमएमए) को एक सीट आवंटित की गई है।
इमरान खान की पीटीआई फिलहाल आम बहुमत से 14 सीटें पीछे हैं। एसेंबली में बहुमत साबित करने के लिए उसे छोटे दलों का सहारा लेना होगा। हालांकि पार्टी पहले ही 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में आम बहुमत के लिए 172 का जादुई आंकड़ा पार करने का दावा कर चुकी है।
विपक्षियों की कुल संख्या हुई 151 दसरी ओर अल्पसंख्यकों के लिए 10 आरक्षित सीटों में से, पीटीआई के हिस्से में 5 आई हैं, इसके बाद पीपीपी और पीएमएल-एन को दो-दो और एमएमए को एक सीट मिली है। एक प्रमुख मीडिया हाउस की खबर में बताया गया है कि अगर पीटीआई और उसके सहयोगी दलों के वोट गिने जाते हैं, तो कुल मिलाकर 339 सीटों के सदन में 184 पीटीआई के पास ही हैं। इसके अलावा, चार निर्दलीय, जो चुनाव जीतकर नेशनल असेंबली के सदस्य बने हैं, भी पीटीआई का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में पीटीआई और उसके सहयोगियों दलों के सदस्यों की कुल संख्या 188 तक पहुंच जाएगी। लेकिन पीटीआई को अभी भी विपक्ष की तरफ से टक्कर मिलने वाली है क्योंकि इसके कट्टर प्रतिद्वंद्वी पीएमएल-एन और उसके सहयोगियों की ताकत भी 151 तक पहुंच चुकी है।