भारत-पाक भाई-भाई, अच्छे संबंध बनाने के हक में: संघ
Published: Sep 04, 2015 09:57:00 pm
राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ ने पाकिस्तान और बंगलादेश को भारतीय परिवार से अलग हुए “भाई” करार दिया
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पाकिस्तान और बंगलादेश को भारतीय परिवार से अलग हुए “भाई” करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि वह इन देशों के साथ आपसी मनमुटाव भूलकर अच्छे संबंध बनाने के हक में है, लेकिन धर्मस्थापना के लिये “सब कुछ” करना मजूबरी हो जाती है। विदेश नीति पर हुई चर्चा की जानकारी देते हुए संघ नेता दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि भारत के इर्द गिर्द दक्षेस के देश एक परिवार के सदस्य जैसे हैं। नेपाल भूटान श्रीलंका आदि अपने परिवार जैसे हैं। भारत को उनके सुख समृद्धि के लिये काम करना चाहिये।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और बंगलादेश तो अपने ही शरीर के हिस्सा रहे हैं। वे अपने ही भाई हैं। कभी -कभी भाई – भाई में कुछ (मनमुटाव) हो जाता है। उसे भूल कर संबंध अच्छे कैसे हो सकते हैं। इस द्यष्टि से पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते रखे जाने चाहिये। बाद में एक सवाल जवाबों की श्रृंखला में दक्षेस देशों खासकर पाकिस्तान द्वारा सीमा पर की गयी भारी गोलाबारी एवं आतंकवाद को बढ़ावा दिये जाने की दशा में क्या किया जाना चाहिये, यह पूछे जाने पर होसबोले ने कहा, “महाभारत में कौरव और पाँडव भी हुए हैं। वे भी भाई भाई ही थे। पर धर्मस्थापना के लिये सब करना पड़ता है।”
संघ की बैठक में भारत के रक्षा परिद्यश्य पर हुई चर्चा की जानकारी देते हुए कहा कि देश की एकता, अखंडता और आंतरिक एवं बा±य सुरक्षा को लेकर स्वयंसेवक बेहद संवेदनशील एवं जागरूक हैं। उनका कहना हैं कि देश की सब प्रकार की ताकत बढ़नी चाहिये। आतंकवाद, माओवादी हिंसा के मुकाबले के लिये समाज की शक्ति बढ़े और सरकार सही नीति पर चले, इस बारे में कुछ सुझाव दिये गये हैं।