चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने कि भारत सिर्फ ‘भौंक’ सकता है, और दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ते व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में कुछ नहीं कर सकता…
बीजिंग। दिवाली आने वाली है और सोशल मीडिया इस बार चीनी सामानों के बहिष्कार के पोस्टों से भरा पड़ा है। जिस पर चीनी मीडिया का कहना है कि ऐसा सिर्फ लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए किया जा रहा है। क्योंकि सच्चाई तो ये है कि भारतीय सामान, चीनी सामान की बराबरी कर ही नहीं सकते हैं। चीन के सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने कि भारत सिर्फ ‘भौंक’ सकता है, और दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ते व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में कुछ नहीं कर सकता।
चीन हमेशा भारत द्वारा पाक में बसे आतंकवादियों को अंतराष्ट्रीय घोषित करवाने की कोशिशों का विरोध करता आया है। जिस बात से भड़के भारतीयों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ये गुहार लगाई है कि इस दिवाली चीनी सामानों को ना खरीदकर स्वदेशी चीजों को इस्तेमाल करें और चीनी उत्पादों के बहिष्कार का भी आह्वान किया है। ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोजेक्ट ‘मेक इन इंडिया’ को भी ‘अव्यावहारिक’ बताया है।
दैनिक समाचारपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने चीनी कंपनियों को चेताया है कि वे भारत में निवेश न करें, क्योंकि ऐसे देश में पैसा लगाना ‘खुदकुशी’ करने जैसा होगा, जहां भ्रष्टाचार ज्यादा है, और कामगार मेहनती नहीं हैं। समाचारपत्र में कहा गया कि भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया में भी हाल ही में चीन के उत्पादों का बहिष्कार करने के बारे में काफी बातें हुई हैं। यह सिर्फ जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए हो रहा है अलग-अलग कारणों से भारतीय उत्पाद हरगिज चीन के उत्पादों का मुकाबला नहीं कर सकते हैं।
समाचारपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ के अनुसार, भारत को अभी सड़कें और हाईवे तक बनाने हैं, और वहां बिजली और पानी की किल्लत हमेशा से रही है। समाचारपत्र में यह भी लिखा गया कि सबसे बुरा पहलू यह है कि वहां हर सरकारी विभाग में ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा व्याप्त है।
‘ग्लोबल टाइम्स’ ने अमेरिका के साथ जुडऩे के लिए भी भारत को लताड़ा है। समाचारपत्र ने कहा कि अमेरिका किसी का दोस्त नहीं है। अमेरिका अपने साथ भारत को लेकर सिर्फ इसलिए चल रहा है, ताकि चीन को रोक सके, क्योंकि वह चीन के विकास और दुनिया में बढ़ती उसकी ताकत से जलता है।