रिश्तों में दरार डाल रहा भारत
चीन की वेबसाइट ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन और अमरीका के बीच उपजे टकराव का गलत फायदा उठा रहा है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारत अपनी बढ़ती आर्थिक शक्ति की वजह से दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों में खटास डाल रहा है और इस क्षेत्र में बढ़ रहे चीन के प्रभाव को रोकने का प्रयास कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार यही वजह है कि चीन सरकार के साथ कुछ दिन की दोस्ती कर अब पीएम नरेंद्र मोदी दोनों देशों को विवाद में झोंक रहे हैं। वहीं रिर्पाट में चीन और पाकिस्तान के बीच नजदीकी के बारे में टिप्पणी की गई है। कहा गया है कि
चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर की वजह से उनके रिश्ते और मजबूत हुए हैं।
कई देशों से रिश्ते सुधारने का किया दावा
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने पाकिस्तान के साथ ही नेपाल, श्रीलंका, मालदीव और दक्षिण एशिया के दूसरे देशों से भी अपने रिश्तों में सुधार किया है। मीडिया रिपोर्ट में यह आरोप भी लगाया गया है कि अब चीन तीव्रता से दक्षिण एशिया में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है और यही बात भारत को परेशान कर रही है। रिपोर्ट में हमारे देश की राजनीतिक हालात पर भी विपरीत टिप्पणी की गई है। कहा गया कि भारत के वर्तमान राजनीतिक माहौल में चीन के साथ दोस्ती को बढ़ावा देने की जगह मुकाबला करना आसान है। ऐसे में मोदी सरकार ने भी चीन के साथ मुकाबला करने का निर्णय लिया, जिससे कि वह दक्षिण एशिया में अपना प्रभाव बनाए रख सके।
चीन को नहीं रोक सकता भारत
चीन ने मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से स्पष्ट कहा कि भारत अकेले चीन को नहीं रोक सकता। यही वजह है कि वह भारत अब अमरीका और जापान से नजदीकी बढ़ा रहा है। रिपोर्ट में डोकलाम विवाद पर भी टिप्पणी की गई है। कहा गया कि नरेन्द्र मोदी के अमरीका दौरे से लौटने और उसके बाद डोकलाम विवाद शुरू होना केवल संयोग नहीं कहा जा सकता है। भारत अमरीका की उस कूटनीतिक लालसा का फायदा करने के लिए करना चाहता है। वहीं जापान के साथ मालाबार ड्रिल, न्यूक्लियर और सैन्य संबंध बढ़ाना भी भारत की कूटनीतिक सोच का ही नतीजा है।