सर्जिकल स्ट्राइक वर्ष 2016 में 28-29 सितंबर की मध्यरात्रि 150 भारतीय कमांडों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। नियंत्रण रेखा के पार इन कमांडों ने आतंकी लॉन्च पैडों को खत्म कर दिया था। इस स्ट्राइक में कोई भी भारतीय सैनिक घायल या हताहत नहीं हुआ था। बेहद टॉप सीक्रेट इस ऑपरेशन को खत्म करके आने के बाद भारतीय कमांडों ने इसकी सूचना पाकिस्तानी सेना को दे दी थी। इस दौरान अत्याधुनिक हथियारों, रॉकेट लॉन्चर, मशीन गन आदि से लैस कमांडो ने पीओके में प्रवेश कर आतंकियों पर हमला किया था। अब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा की है कि आगामी 29 सितंबर को मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ मनाएगी। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक पर फिल्म बनाने वाले रॉनी स्क्रूवाला की भी सराहना की।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच में दिखा भाईचारा भारत सरकार की इस खुशी वाली वजह के बीच दोनों मुल्कों में भाईचारे की नजीर पेश करने वाली एक तस्वीर भी बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इसमें दुबई के स्टेडियम में एशिया कप के दौरान बेहद रोमांचक माने जाने वाले भारत-पाकिस्तान का क्रिकेट मैच चल रहा था। पाकिस्तान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भुवनेश्वर कुमार ने ही तीसरे ओवर की पहली ही गेंद पर पाकिस्तान को बैकफुट पर ढकेल दिया और इमाम उल हक (2) का विकेट ले लिया। इसके बाद पांचवें ओवर की पहली गेंद पर भुवनेश्वर ने फखर जमान (0) को आउट कर दिया। इसी पहली पारी में 43वें ओवर की चौथी गेंद पर एक स्थिति आई कि पाकिस्तानी खिलाड़ी उस्मान खान के जूते के फीते खुल गए। यजुवेंद्र चहल ने यह देखते हुए तुरंत उनके फीते बांधने में एक पल भी नहीं गंवाया और खेल भावना की एक शानदार मिसाल दी।
बीएसएफ जवान की बेरहमी से हत्या इससे पहले मंगलवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू के सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में 51 वर्षीय बीएसएफ जवान नरेंद्र सिंह की नृशंसता से हत्या कर दी। जब भारतीय सेना के जवानों को नरेंद्र सिंह का शव मिला तो इसकी हालत देख उनके रौंगटे खड़े हो गए। पाकिस्तानी सैनिकों की बर्बरता का आलम यह था कि उन्होंने पहले नरेंद्र सिंह का गला रेता, फिर शरीर पर करट लगाया, एक टांग भी काट दी। इतने में भी जब उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने नरेंद्र सिंह की आंख निकाल ली। बताया जा रहा है कि इन सबके बाद शव पर गोलियां भी बरसाईं गईं। शव इतना क्षत-विक्षत था कि जब भारतीय सेना के यह हाथ लगा तो बीएसएफ ने उसे अस्पताल नहीं भिजवाया। किसी भी अधिकारी ने इस संबंध में कुछ नहीं कहा और गुपचुप ढंग से शव का पोस्टमार्टम कराकर इसे घर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
बुरहान वानी पर डाक टिकट जारी पाकिस्तान के नापाक मंसूबे यहीं खत्म नहीं होते। पाकिस्तान के डाक विभाग ने अभी 20 डाक टिकट जारी किए हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों समेत कुछ अन्य की भी तस्वीरें हैं, जिन्हें कश्मीर में भारतीय सैनिकों द्वारा पीड़ित बताया गया है। इन डाक टिकटों को कराची स्थित डाक विभाग के मुख्यालय से जारी किया गया है। इन्हें जारी करने का मकसद पाकिस्तान द्वारा कश्मीरियों की जंग में खुद को साथ दिखाना है। हैरानी की बात है कि टिकट में लिखा है ‘केमिकल हथियारों का इस्तेमाल, पैलेट गन का इस्तेमाल, सामूहिक कब्र और बुरहान वानी फ्रीडम आइकन (1994-2016)।’ पाकिस्तान द्वारा इन डाक टिकटों में आतंकियो की तस्वीरों के नीचे लिए कैप्शन के जरिये इन्हें पीड़ित और शहीद बताने की कोशिश की गई है। गौरतलब है की 8 जुलाई 2016 को कश्मीर घाटी में आतंकियों के पोस्टर बॉय बुरहान वानी को अनंतनाग में हुई एक मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था।
इमरान का शांति वार्ता का प्रस्ताव इन सब घटनाक्रमों के बीच पाकिस्तान के नव-नियुक्त प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर शांति वार्ता फिर से शुरू करने के लिए कहा है। इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र की आम सभा की बैठक से अलग दोनों मुल्कों के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और शाह महमूद कुरैशी के बीच बैठक कराने का आग्रह किया है। बता दें कि इमरान खान का यह पत्र पीएम मोदी द्वारा भेजी गई उस चिट्ठी के जवाब में आया है जिसमें भारतीय प्रधानमंत्री ने दोनों मुल्कों के बीच फलदायक और रचनात्मक संबंधों का संकेत दिया था। पाकिस्तान चुनाव में जीत के बाद इमरान खान ने भी कहा था कि अगर भारत संबंधों को सुधारने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाता है तो वो दो कदम आगे बढ़ाएंगे।