ऐसे ही कुछ मामले इंडोनेशिया में समय-समय पर देखने को मिलता रहता है। इंडोनेशिया के आचे प्रांत में चार जोड़ों (Couples) को सरेआम सजा दी गई। इन चारों जोडों पर आरोप है कि उनलोगों ने शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाकर शरिया कानून का उल्लंघन किया है।
Indonesia: रेप के दोषी युवक को सरेआम दी गई सजा, मारे गए 146 कोड़े
शरिया कानून के तहत चारों जोड़ों को सरेआम 20-20 कोड़े मारे गए। सबसे विचित्र बात ये है कि इस क्रूरता को सैंकडों लोगों ने अपनी आंखों से देखा। सजा देने से पहले इन सभी चारों जोडों का मेडिकल टेस्ट कराया गया और फिर हथकड़ी लगाकर जमीन पर बैठा दिया गया। इसके बाद सजा के तौर पर तय 20-20 कोड़े मारे गए। कोरोना महामारी के कारण इन सभी जोड़ों ने मास्क पहन रखा था।
आपको बता दें कि इंडोनेशिया के आंचे प्रांत में शरिया कानून लागू है और यहां से अक्सर इस तरह की सजा देने के मामले सामने आते रहते हैं। आज के इस आधुनिक युग में जब विश्व 21वीं सदी में कदम रख चुका है तब इस तरह की क्रूरता के खिलाफ लगातार आवाज उठाई जा रही है। राष्ट्रपति जोको विडोडो से इसे रोकने की अपील की जाती रही है। हालांकि, आंचे के लोग शरिया कानून के तहत दी जाने वाली इस सजा का समर्थन करते हैं।
आंचे में लागू है शरिया कानून
आपको बता दें कि इंडोनेशिया एक मुस्लिम राष्ट्र है, लेकिन यहां के आंचे प्रांत इकलौता ऐसा राज्य है जहां पर शरिया कानून लागू है। आंचे की आबादी करीब 50 लाख है, जिसमें से 98 फीसदी मुस्लिम हैं। आंचे में जब इस तरह सरेआम सजा दी जाती है तो भारी संख्या में लोग देखने के लिए जुटते हैं। 2001 में आंचे प्रांत को विशेष स्वायत्ता दी गई थी, जिसके बाद से यहां पर शरिया कानून लागू हो गया था।
आंचे में शरिया कानून के तहत जुआ खेलने, शराब पीने, समलैंगिक संबंध बनाने या शादी से पहले शारीरिक संबंध बनाने पर कोड़े मारे जाने की सजा दी जाती है। आंचे में इन सभी अपराध के लिए सरेआम इसलिए सजा दी जाती है, ताकि बाकी लोग इससे डरे और इस तरह का अपराध न करे।
आपको बता दें कि इससे पहले नवंबर 2020 में एक 19 वर्षीय युवक को 146 कोड़े मारे गए थे। युवक पर एक नाबालिग बच्ची के साथ रेप करने का आरोप था।