2016 में किए गए थे समझौते
सहायता समझौते पर 2016 में इजरायल के साथ पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। नेतन्याहू ने कहा, “इजरायल और दुनिया के सामने जटिल सुरक्षा चुनौतियां हैं जिसमें सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण ईरानी आक्रामकता है। इजरायल के अपने बचाव के अधिकार के लिए अमरीका का अविश्वसनीय समर्थन दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध के स्तंभों में से एक है।” इस सौदे के तहत इजरायल को अगले 10 सालों तक मिसाइल रक्षा के लिए विदेशी सैन्य वित्तपोषण के रूप में प्रति वर्ष 3.3 अरब और 50 करोड़ डॉलर मिलेंगे।
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अमरीकी और इजरायल के बीच हैं मधुर संबंध
बता दें कि अमरीका और इजरायल के रिश्ते काफी मजबूत हैं। अमरीका और इजरायल का रुख ईरान के खिलाफ हमेशा से ही आक्रामक रहा है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर अमरीकी प्रतिबंधों की कई बार सराहना कर चुके हैं। दरअसल नेतन्याहू 2015 के ईरान के परमाणु समझौते के मुखर विरोधी रहे हैं। नेतन्याहू ने नवीनीकृत प्रतिबंधों को इजरायल, अमरीका और पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया था।