सामान्यता जापान के सम्राट को देश के कानूनी ढांचे के तहत पद छोड़ने की अनुमति नहीं है। सम्राट द्वारा अपना पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त करने के बाद सरकार के प्रतिनिधियों, इंपीरियल हाउस और जापान के कानूनी विशेषज्ञों ने उनके सिंहासन छोड़ने की तिथि पर निर्णय लिया।
अगस्त 2016 में प्रसारित सम्राट के दुर्लभ वीडियो संदेश के बाद जापान की संसद ने जून में एक कानून पारित किया ताकि अकिहितो अपने 57 वर्षीय बेटे को क्रिसेंथेमम (जापानी सम्राट का सिंहासन) सिंहासन सौंप सकें। वीडियो में उन्होंने अपने सेवानिवृत्त होने की इच्छा का संकेत दिया था।
जापानी संविधान में सम्राट को राज्य के प्रतीक के रूप में परिभाषित किया गया है जिसके पास कोई राजनीतिक शक्ति नहीं होती। अकिहितो की विदाई के साथ हाइसी युग का अंत हो जाएगा।