टोक्यो. जापान में बूढ़ों की संख्या सबसे अधिक है। ढलती उम्र में भी ये लोग ड्राइविंग करते हैं और हादसों की बड़ी वजह बन रहे हैं। ऐसे में जापानी सरकार इन्हें ड्राइव करने से रोकना चाह रही है। इसके लिए एक स्कीम लॉन्च की है। ड्राइविंग लाइसेंस सरेंडर करने पर नूडल्स पर छूट दी जा रही है। दरअसल, 70 साल से ज्यादा उम्र वाले ड्राइवरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 1.7 करोड़ जापानियों की आयु 65 साल से ज्यादा है। इनके पास ड्राइविंग लाइसेंस हैं। इसके अलावा 04 करोड़ 05 लाख लोगों की उम्र 75 साल से ज्यादा है। आए दिन ये दुर्घटनाओं की वजह बन रहे हैं। लिहाजा, सरकार ने इनके लिए बीते हफ्ते स्कीम लॉन्च की। इसके अनुसार, नूडल्स पर 176 आउटलेट्स पर 15 फीसदी तक की छूट दी जा रही है लेकिन इसके लिए इन्हें लाइसेंस सरेंडर करने होंगे। बता दें कि नूडल्स, चावल और सलाद का एक फूड पैकेट 500 येन (जापानी मुद्रा) में मिलता है। बस-टैक्सी की दरों में छूट टोक्यो शहर के प्रशासन ने भी अपने स्तर पर अलग से स्कीम शुरू की है। लाइसेंस रद्द करवाने पर टैक्सियों, बसों, रेल व मेट्रों के टिकट की दरों में छूट दी जा रही है। मसाज से लेकर हेयर कटिंग और दवाइयों पर भी छूट दी जा रही है। बुजुर्गों के काम को देखते हुए उन्हें ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट से भी नवाजा जा रहा है। अब तक कुल 12 हजार बुजुर्ग ड्राइवरों ने लाइसेंस सरेंडर कर इस स्कीम का फायदा लिया है। पिछले साल बिनी किसी स्कीम के समूचे जापान में कुल 2 लाख 70 हजार लाइसेंस सरेंडर किए गए थे। मेडिकल टेस्ट होगा मार्च 2017 से बुजुर्ग डाइवरों का मेडिकल टेस्ट होगा। पता लगाया जाएगा कि क्या उनकी आंखों की रोशनी ड्राइविंग के हिसाब से ठीक है या नहीं? कहीं गाड़ी चलाते वक्त हाथ तो नहीं कंपकंपाते? मानसिक संतुलन कैसा है? इन तमाम पक्षों पर जांच होगी। अगर कोई अनफिट पाया गया तो इलाज कराया जाएगा। बता दें कि जो सड़क हादसे 75 साल या उससे अधिक उम्र के ड्राइवरों की वजहों से हुए उनमें 12.8 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। बीते दशक यह आंकड़ा 7.4 फीसदी था।