बार-बार टाले जा रहे थे चुनाव
गृहमंत्रालय की घोषणा में कहा गया है कि लेबनान के प्रवासी नागरिकों में पहली बार वोट डालने की अनुमति दी गई है। प्रवासियों की वोटिंग के लिए अलग से तारीखें निर्धारित की गई हैं। प्रवासी नागरिक 22 से 28 अप्रैल के बीच सुविधाअनुसार अपने वोट डाल सकेंगे। गौर हो, लेबनान में 2009 में आखिरी चुनाव हुए थे। देश में राजनीतिक रूप से अस्थिरता होने के कारण चुनावों को बार-बार स्थगित किया जाता रहा है।
गृहमंत्रालय की घोषणा में कहा गया है कि लेबनान के प्रवासी नागरिकों में पहली बार वोट डालने की अनुमति दी गई है। प्रवासियों की वोटिंग के लिए अलग से तारीखें निर्धारित की गई हैं। प्रवासी नागरिक 22 से 28 अप्रैल के बीच सुविधाअनुसार अपने वोट डाल सकेंगे। गौर हो, लेबनान में 2009 में आखिरी चुनाव हुए थे। देश में राजनीतिक रूप से अस्थिरता होने के कारण चुनावों को बार-बार स्थगित किया जाता रहा है।
राजनीतिक दल जुटे तैयारियों में
चुनाव कराने के बारे में लेबनान के गृहमंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को भी बताया। गृहमंत्री के अनुसार- सरकार की अनुमति के बाद चुनावों के लिए औपचारिकतएं पूरी की जाएंगी। फिलहाल राजनीतिक दल अभी से इन चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं। सरकारी विभाग भी चुनावी तैयारियों में लग गए हैं।
चुनाव कराने के बारे में लेबनान के गृहमंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मीडिया को भी बताया। गृहमंत्री के अनुसार- सरकार की अनुमति के बाद चुनावों के लिए औपचारिकतएं पूरी की जाएंगी। फिलहाल राजनीतिक दल अभी से इन चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं। सरकारी विभाग भी चुनावी तैयारियों में लग गए हैं।
चुनावी समीकरण प्रभावित कर सकते हैं प्रवासी
जानकारों के अनुसार लेबनान के यह चुनाव कई तरह से महत्वपूर्ण हैं। एक तो नौ साल बाद चुनाव हो रहे हैं। दूसरा पहली बार इनमें प्रवासियों को वोटिंग करने का मौका मिलेगा। प्रवासियों का वोटिंग करना लेबनान के राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। ये चुनाव लेबनान में लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी हैं। गौर हो, विदेश मंत्री गेब्रान बासिल ने भी पिछले महीने कहा था कि 92,810 उम्मीदवार इस बार संसदीय चुनाव में हिस्सा लेंगे। किंतु तब उन्होंने चुनावों की तारीख का उल्लेख नहीं किया था। लेकिन तभी से यह जरूर तय था कि अब लेबनान में जल्द ही संसदीय चुनाव होंगे।
जानकारों के अनुसार लेबनान के यह चुनाव कई तरह से महत्वपूर्ण हैं। एक तो नौ साल बाद चुनाव हो रहे हैं। दूसरा पहली बार इनमें प्रवासियों को वोटिंग करने का मौका मिलेगा। प्रवासियों का वोटिंग करना लेबनान के राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। ये चुनाव लेबनान में लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी हैं। गौर हो, विदेश मंत्री गेब्रान बासिल ने भी पिछले महीने कहा था कि 92,810 उम्मीदवार इस बार संसदीय चुनाव में हिस्सा लेंगे। किंतु तब उन्होंने चुनावों की तारीख का उल्लेख नहीं किया था। लेकिन तभी से यह जरूर तय था कि अब लेबनान में जल्द ही संसदीय चुनाव होंगे।