मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के बीच वाघा और अटारी सीमा पर बने व्यापारिक गेट के जरिए वस्तुओं का आयात और निर्यात होता है। अफगानिस्तान के लिए ट्रांजिट व्यापार भी इसी के जरिए होता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि व्यापारिक वस्तुओं को ट्रकों पर लादने और उतारने के काम में पाकिस्तान की तरफ एक हजार और भारतीय सीमा की तरफ डेढ़ हजार मजदूर शामिल होते है। अब व्यापार बंद होने से यह सभी बेरोजगार हो गए हैं।
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रिपोर्ट के अनुसार इन मजदूरों का संबंध मुख्य रूप से दोनों देशों के वाघा और अटारी के ग्रामीण क्षेत्रों से है। वाघा सीमा पर एक छोटे होटल में चंद मजदूर बैठे नजर आते हैं जिन्हें रोज यह उम्मीद रहती है कि शायद काम फिर से शुरू हो जाए। दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले यह लोग काम बंद होने से काफी परेशान हैं।