जनवरी से जून के सनसनीखेज आंकड़े
एजेंसी ने पाकिस्तानी मीडिया के एक रिपोर्ट के हवाले से यह खुलासा किया। ये आंकड़े जनवरी से जून 2019 के बीच के हैं, जिसमें सिंध के अलग-अलग इलाकों में ऑनर कीलिंग के 65 मामले दर्ज किए गए हैं। हैरान करने वाली बात ये है कि इनमें से 90 प्रतिशत मामले तो अब भी लंबित हैं। पाकिस्तानी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि ऐसे अधिकांश मामले हैं, पुलिस किसी नतीजे पर भी पहुंच नहीं पाई।
सिर्फ 60 मामलों में ही चार्जशीट दायर
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, जिन 78 लोगों की ऑनर किलिंग की गई है उनमें 50 महिलाएं शामिल हैं। इसके साथ ही रिपोर्ट में प्रशासन की बड़ी लापरवाही का भी खुलासा हुआ है। खुलासा हुआ है कि पुलिस ने इनमें से सिर्फ 60 मामलों में ही चार्जशीट दायर की है। इसके बाद जो मामले में दर्ज हुए हैं, उनमें भी पाकिस्तानी अदालतों की सुनवाई की रफ्तार बेहद धीमी रही है। इसके चलते 57 मामले अभी तक पेंडिंग हैं।
इमरान पर उठ रहे हैं सवाल
बताया जा रहा है कि ज्यादातर मामलों में हत्याएं किसी नजदीकी रिश्तेदारों ने ही अंजाम दिया है। ऐसे में यह संभावना प्रबल है कि आरोपी जरूर छूट जाएंगे। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद इमरान खान के पाकिस्तान का दोहरा चरित्र एक बार फिर सवालों के घेरे में है। कश्मीर को लेकर दुनियाभर के सामने मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाने वाले इमरान अपने देश में हो रहे हैवानियत पर चुप्पी क्यों साध लेते हैं। सवाल उठ रहा है कि इमरान को सिंध, PoK, बलूचिस्तान में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार क्यों नहीं दिखाई देता। इसके अलावा इमरान की चीन में उइगर मुस्लिमों के उत्पीड़न पर चुप्पी साधने को लेकर भी आलोचना हुई थी।