श्रीलंका: मंत्री अब नहीं कर पाएंगे राजकोष के पैसे का इस्तेमाल, लगाई रोक इदरीस को शक है कि फोटोग्राफ में दिख रही महिला एक जासूस है, जिसे चीन सरकार ने भेजा है। यह उसके परिवार में घुसकर जानकारियां हासिल करती है। एक रिपोर्ट के अनुसार- उसके जैसे कई और लोग चीनी सरकार ने इस समदुाय में भेजे हैं।
इस बात की पुष्टि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के आधिकारिक समाचारपत्र में भी की गई है। इसमें कहा गया है कि सितंबर के अंत तक 11 लाख सरकारी कर्मचारियों को अल्पसंख्यकों के शयनकक्षों, खाना खाने की जगहों और मुस्लिम पूजास्थलों में भेजा गया है। यहां तक कि शादी, शवयात्रा और अन्य निजी समझे जाने वाले अवसरों तक में उनका प्रवेश करा दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार- यह सब चीन के सुदरवर्ती पश्चिमी क्षेत्र शिनजियांग में हो रहा है। यह मुस्लिम बहुल इलाका है और यहां रहने वाले लोग तुर्की भाषी उइगूर समुदाय से संबंध रखते हैं। पहले भी ऐसी खबरें आती रही हैं कि चीन सरकार इस समुदाय के साथ भेदभाव करती है।
पाकिस्तान की अब भारत के इस हिस्से पर है नजर, बनाना चाहता है पांचवां प्रांत चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के शासनकाल में उइगर मुसलानों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। यहां तक कि सड़कों के नाकों पर ऐसे लोगों को तैनात किया गया है, जिनके पास चेहरे की पहचान करने में सक्षम सीसीटीवी उपकरण हैं। उइगर समुदाय के लोगों का आरोप है कि उन्हें अपने घरों के अंदर भी सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की तेज नजरों के सामने रहना होगा।