म्यांमार की ओर से आया प्रस्ताव
यूएन का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को बांग्लादेश और म्यांमार के दौरे पर होगा, इस दौरान सहमति को संधि का रूप दिए जाने की संभावना जताई जा रही है। इस प्रतिनिधिमंडल में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी मामलों के उप महासचिव मार्क लवलॉक और कार्यकारी निदेशक एंथनी शामिल रहेंगे। बता दें कि बांग्लादेश के विदेश मंत्री एएच महमूद अली ने रविवार को ढाका में म्यांमार के एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल को राजनयिक स्तर की वार्ता के लिए बुलाया था। बैठक के बाद अली ने घोषणा करते हुए बताया कि म्यांमार अपने हजारों रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने के लिए तैयार हो गया है। जानकारी के मुताबिक रोहिंग्या को वापस लेने का प्रस्ताव भी म्यांमार की ओर से ही आया था। उधर, ढाका के विदेश मंत्री अली ने कहा, वार्ता दोस्ताना माहौल में हुई और म्यांमार ने रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने का प्रस्ताव किया है।
दिल्ली में बीएसएफ अफसरों की बैठक
वहीं दूसरी ओर से मंगलवार को नई दिल्ली में भारत और बांग्लादेश के सीमा पर सुरक्षा संभालने वाले बलों के प्रमुखों की बैठक होनी है। बैठक का मुख्य बिंदु रोहिंग्या शरणार्थियों की घुसपैठ रोकने को लेकर रहेगा। हलांकि बैठक में इसके अलावा सीमा पार से फेक करेंसी की तस्करी और नशीले पदार्थों की तस्करी समेत अन्य अहम मसलों पर भी चर्चा हो सकती है। बैठक में बांग्लादेश की ओर से बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के महानिदेशक मेजर जनरल अबुल हुसैन के नेतृत्व में 24 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बैठक में शामिल होगा।