पीएमएल-एन की रणनीति का दिखा असर
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) यानी पीएमएल-एन की इस रणनीति का असर शुक्रवार देर रात को ही दिख गया, जब पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर एकजुट होकर नारेबाजी कर रहे थे। नवाज की गिरफ्तारी के बाद बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं को मातम मनाने की बजाय जश्न मनाते देखा गया। नवाज शऱीफ भी यही चाहते थे कि उनकी गिरफ्तारी के बाद पार्टी कार्यकर्ता जोश के साथ चुनाव प्रचार में जुटें और एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करें।
वोट के लिए नवाज ने चली ये चाल
पाकिस्तान आने से पहले लंदन में नवाज शरीफ ने बेटी मरियम के साथ प्रेस कांफ्रेंस किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि वह चोर नहीं हैं। इसके अलावा उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि वह जेल में रहकर भी संघर्ष जारी रखेंगे। नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के लोगों से अपील किया कि उन्हें इस संकट की घड़ी में वे अकेला न छो़ड़ें। इसके अलावा उन्होंने पत्नी कुलसुम की बीमारी को लेकर भी भावुक बयान दिया जो कैंसर से जुझ रही हैं।
इन पार्टियों में है टक्कर
पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की स्थिति इस समय आम चुनावों में नवाज शरीफ की पार्टी से अच्छी बताई जा रही थी। लेकिन अब नवाज शरीफ की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) भी स्थिति बेहतर हो सकती है। अगर पीएमएल-एन को सहानुभूति का वोट मिला तो आने वाले समय में नवाज शरीफ की मुश्किलें कम हो सकती हैं।