नेपाल अगले साल ‘विजिट नेपाल’ अभियान भी शुरू करेगा, जिसका लक्ष्य कम से कम 20 लाख विदेशी पर्यटक है। अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणविदों ने चिंता जताई है कि नेपाल ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर प्रदूषण के रोकथाम के लिए कोई प्रयास नहीं किया है।
रूरल म्यूनिसिपेलिटी के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार 30 माइक्रोन्स से कम मोटाई वाले प्लास्टिक उत्पादों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। इन वस्तुओं में प्लास्टिक के थैले, स्ट्रॉ, सोडा और पानी की बोतलें शामिल हैं। इसके साथ ज्यादातर खाद्य पदार्थो को पैक करने वाली प्लास्टिक हैं।
उन्होंने कहा कि यहां पर प्लास्टिक की बोतलों में बंद पेय पदार्थो पर प्रतिबंध रहेगा। कानून तोड़ने वाले लोगों पर जुर्माना लगाने पर सहमति नहीं बनी है। बीते साल 56,303 विदेशी ट्रैकर्स तथा पर्वतारोहियों ने एवरेस्ट क्षेत्र का दौरा किया था।
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