चीन: धर्मगुरू दलाईलामा की सद्दाम हुसैन से तुलना, तस्वीरें जब्त
Published: Feb 04, 2016 12:33:00 pm
सिचुआन प्रांत के दुकानदारों को तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा की तस्वीरें बाजार से हटा कर सरकारी अधिकारियों के पास जमा
बीजिंग। चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नजदीकी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक प्रशासन ने सिचुआन प्रांत के दुकानदारों को तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा की तस्वीरें बाजार से हटा कर सरकारी अधिकारियों के पास जमा कराने के आदेश दिए हैं। इस प्रांत में बड़ी संख्या में तिब्बती रहते हैं।
दलाई लामा की तुलना इराकी नेता सद्दाम हुसैन से
अखबार के मुताबिक चीनी सरकार ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित दलाई लामा की तुलना फांसी पर लटकाए गए इराकी नेता सद्दाम हुसैन से करते हुए उनकी तस्वीरें जब्त करने के आदेश दिए हैं। चीनी प्रशासन ने सिचुआन प्रांत में इस मुहिम को लागू करने के लिए सांस्कृतिक ब्यूरो कर्मियों, पुलिस और अन्य अधिकारियों का कानून प्रवर्तन दल गठित किया गया है।
दलाई लामा के चित्रों समेत अवैध प्रकाशन पर लगाम
समाचार पत्र ने प्रांतीय प्रचार विभाग के निदेशक गोउ यादोंग के हवाले से कहा कि इस मुहिम का लक्ष्य चंद्र नववर्ष से पहले अश्लील साहित्य और दलाई लामा के चित्रों समेत अवैध प्रकाशन पर लगाम कसना है। ग्लोबल टाइम्स ने बीजिंग में चाइना तिब्बतोलॉजी रिसर्च सेंटर के लियान शियांगमिन के हवाले से कहा कि चीनी लोगों के लिए उनकी तस्वीर टांगना उसी तरह है जैसे अमेरिकियों को सद्दाम हुसैन की तस्वीर दिखाना।
दलाई लामा नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित
गौरतलब है कि पूर्व इराकी नेता को मानवता के खिलाफ अपराधों के मामले में दोषी पाए जाने के बाद 2006 में मौत की सजा दी गई थी जबकि बार-बार हिंसा की आलोचना करने वाले दलाई लामा को 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बीजिंग उन्हें खतरनाक अलगाववादी बताता है जबकि दलाई लामा ने अपने बयानों में बार-बार हिंसा की आलोचना की है। चीन तिब्बत में दलाई लामा के चित्रों पर कड़ा नियंत्रण रखता है, जिसे कई तिब्बती उनके धर्म एवं संस्कृति के आधिकारिक दमन के लिए उठाए जाने के वाले कदम के तौर पर देखते हैं। लेकिन चीन दमन की बात से इनकार करता रहा है और उसका कहना है कि उसने तिब्बत में बड़ा निवेश किया है जिसके कारण पहले गरीबी से जूझ रहे तिब्बत में विकास हुआ है।