रेडियोएक्टिव लीक की जताई गई थी आशंका
गौरतलब है कि हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में आशंका जताई गई थी कि उत्तर कोरिया के मैनटप पर्वत में 100 मीटर गहरी खाली जगह है, जिसमें धमाका हो सकता है। उत्तर कोरिया अपने परमाणु परीक्षण स्थल पर साल 2006 से अब तक 6 बड़े परमाणु परीक्षण कर चुका है। जिसकी वजह से धरती के अंतरूनी हिस्से पर बुरा प्रभाव पड़ा है। मेनटप पर्वत के आसपास इलाकों में पहले से ही संभावना जताई जा रही थी कि अगर फिर से परीक्षण होता है तो कई पहाड़ गिर सकते हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में आशंका जताई गई थी कि उत्तर कोरिया के मैनटप पर्वत में 100 मीटर गहरी खाली जगह है, जिसमें धमाका हो सकता है। उत्तर कोरिया अपने परमाणु परीक्षण स्थल पर साल 2006 से अब तक 6 बड़े परमाणु परीक्षण कर चुका है। जिसकी वजह से धरती के अंतरूनी हिस्से पर बुरा प्रभाव पड़ा है। मेनटप पर्वत के आसपास इलाकों में पहले से ही संभावना जताई जा रही थी कि अगर फिर से परीक्षण होता है तो कई पहाड़ गिर सकते हैं।
जैविक हथियारों का भी कर रहा परीक्षण
उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग-उन अब जैविक हथियारों का तैयार करने में जुटा है। इस बीमारी बम का मकसद लोगों को बीमारियों के जरिए तड़पा तड़पा कर मारना है। अमरीकी थिंकटैंक बेल्फर सेंटर ने अपनी एक रिपोर्ट में दुनिया को आगाह किया है। अमरीकी थिंकटैंक ने उत्तर कोरिया के पूर्व राजनायिक ताए योउंग हो के हवाले से बताया कि उत्तर कोरिया ने 1960 के आसपास ही जैविक हथियारों पर काम शुरू कर दिया था। हाल ही में परमाणु और हाइड्रोजन बमों के सफल परीक्षण के बाद फिर से उत्तर कोरिया के तानाशाह ने जैविक हथियारों पर ध्यान केंद्रित किया है।
उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग-उन अब जैविक हथियारों का तैयार करने में जुटा है। इस बीमारी बम का मकसद लोगों को बीमारियों के जरिए तड़पा तड़पा कर मारना है। अमरीकी थिंकटैंक बेल्फर सेंटर ने अपनी एक रिपोर्ट में दुनिया को आगाह किया है। अमरीकी थिंकटैंक ने उत्तर कोरिया के पूर्व राजनायिक ताए योउंग हो के हवाले से बताया कि उत्तर कोरिया ने 1960 के आसपास ही जैविक हथियारों पर काम शुरू कर दिया था। हाल ही में परमाणु और हाइड्रोजन बमों के सफल परीक्षण के बाद फिर से उत्तर कोरिया के तानाशाह ने जैविक हथियारों पर ध्यान केंद्रित किया है।