जिंग ने एक सेमिनार में कहा कि हमारे पूर्वज इस क्षेत्र से जुड़े हैं, जिसे पाकिस्तान का उत्तरी क्षेत्र कहा जाता है। इसलिए इन इलाकों को विकसित करना हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने क्षेत्र में शांति व स्थिरता की जरूरत को रेखांकित किया है, जिससे चीनी कंपनियां रेल पटरियों के जरिए क्वेटा,चमन से ग्वादर व पेशावर से काबुल और इसके बाद कजाकिस्तान को जोड़ने के ड्रीम प्रोजेक्ट को निष्पादित करें।
राजदूत जिंग ने कहा कि पाकिस्तान व चीन 10 कृषि परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने उच्च शैक्षिक संस्थानों (एचईआई) से योजना आयोग व पाकिस्तान एग्रीकल्चर रिसर्च काउंसिल (पीएआरसी) के जरिए देश में 10 कृषि प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए प्रस्तावों के साथ आने का आग्रह किया।