पेशावर। पेशावर में आर्मी स्कूल पर हमले में 134 बच्चों की मौत पर आतंकी संगठन अल-कायदा की दक्षिण एशियाई शाखा ने दुख जताया है। अल-कायदा की स्थानीय शाखा का कहना है कि, स्कूल पर तालिबान के हमले की खबर से उनका दिल दर्द से जल रहा है। उन्होंने तालिबान से कहाकि वह बच्चों को निशाना बनाने के बजाय सुरक्षा बलों पर हमल करे। पिछले सप्ताह तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पेशावर में स्कूल पर हमला किया था जिसमें 149 लोग मारे गए, इनमें 134 बच्चे थे। तालिबान ने इसे उत्तरी वजीरिस्तान में सेना की कार्रवाई का जवाब बताया था।
अल-कायदा की दक्षिण एशियाई शाखा के प्रवक्ता ओसामा महमूद ने मीडिया को भेेजे अपने चार पन्नों के बयान में बताया कि, इस घटना के दर्द और दुख से हमारे दिल फट रहे हैं। हालांकि यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान सेना ने अपराधों और अत्याचारों की सीमा लांघ दी है और यह सच है कि यह सेना अमरीका की गुलामी और मुसलमानों के नरसंहार में सबसे आगे है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें दबे-कुचले मुस्लिमों से बदला लेना चाहिए। अल्लाह के दुश्मन अमरीका और इसके पालतू शासकों के खिलाफ हमने जो बंदूक उठाई है वह बच्चों, महिलाओं और हमारे मुस्लिम लोगों के खिलाफ नहीं उठाई जानी चाहिए।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी तालिबान के इस कृत्य की अफगानी तालिबान ने भी निंदा की थी। इस घटना के बाद पाकिस्तान सरकार ने अपना रूख आतंकियों के प्रति और कड़ा कर लिया है। उसने आतंकियों ने फांसी पर लगी रोक हटा ली। जिसके बाद अब तक 10 आतंकियों को फांसी दी जा चुकी है।