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पाकिस्तान में आतंकियों ने मनाया जश्न, अफगानिस्तान में तालिबान की जीत पर रै ली में चलाई गोलियां

locationनई दिल्लीPublished: Aug 23, 2021 08:05:48 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लड़ाकों ने रैली निकाल हवा में चलाईं गोलियां।

pakistan terrorist.

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नई दिल्ली। आतंकवादी समूहों का समर्थन नहीं करने के पाकिस्तान के दावों का सोमवार को फिर से पर्दाफाश हुआ, जब तालिबान के समर्थकों द्वारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में एक रैली का आयोजन किया गया। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लड़ाकों को रैली में भाग लेते और हवा में गोलियां चलाते हुए देखा गया।

आईएसआई प्रमुख ने तालिबान नेता के साथ नमाज अदा की

इमरान खान सरकार के लिए ये शर्मिंदगी भरे पल हैं, जब कुछ पत्रकारों ने तालिबान नेता मुल्ला बरादर और आईएसआई प्रमुख फैज हमीद की एक साथ नमाज अदा करते हुए तस्वीरों को पोस्ट किया। पाकिस्तान उन देशों में से एक था जो अमरीकी सेना की वापसी के मद्देनजर तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के समर्थन में सामने आया था। प्रधानमंत्री इमरान खान और कई पाकिस्तानी मंत्रियों ने विवादास्पद बयान जारी कर कहा कि तालिबान “बुरे लोग” नहीं हैं और इस्लाम के सिद्धांतों के माध्यम से अफगानिस्तान पर शासन करने की कोशिश कर रहे हैं।

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https://twitter.com/TajudenSoroush/status/1429019928267563009?ref_src=twsrc%5Etfw

कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के एक स्कूल से एक वीडियो सामने आया था जिसमें छात्र तालिबान की तारीफ करते नजर आ रहे थे। एक शीर्ष सांसद ने रविवार को आरोप लगाया कि पाकिस्तान और उसकी खुफिया सेवा ने तालिबान को बढ़ावा देने और उसे अफगानिस्तान पर कब्जा करने की अनुमति देने में अहम भूमिका निभाई है।

15 अगस्त को सत्ता पर कब्जा किया

गौरतलब है कि तालिबान ने अफगानिस्तान में 15 अगस्त को सत्ता पर कब्जा कर लिया था। इसके दो हफ्ते पहले अमरीका ने दो दशक के महंगे युद्ध के बाद तेजी से अपनी सेना की वापसी करनी शुरू कर दी थी। इसने अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी को देश से भागने के लिए मजबूर कर दिया। विद्रोहियों ने देश भर में धावा बोल दिया, कुछ ही दिनों में सभी प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया।

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