पाकिस्तान ने एक साहसिक फैसला लेते हुए 11 आतंकियों को फांसी की सजा देने का फैसला किया है। इन पर निर्दोष नागरिकों की हत्या और शिक्षण संस्थानों को नष्ट करने का आरोप था। सेना ने इस फैसले की सूचना ऐसे दिन सार्वजनिक की है, जब पाकिस्तान में दो बड़े आतंकी हमले हुए हैं। इन दोनों हमलों में करीब 40 लोगों की जान चली गई। सेना की मीडिया इकाई इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि सजा पाए आतंकी कई मामलों वांछित रहे हैं। आईएसपीआर की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया की ये आतंकी 26 लोगों की हत्या के लिए उत्तरदायी हैं। सेना की विज्ञप्ति में कहा गया कि दोषियों पर विशेष सैन्य अदालतों में मुकदमा चलाया गया था। 11 आतंकवादियों को मौत की सजा देने के अलावा 22 अन्य को आतंकी कार्रवाइयों में लिप्त होने के चलते कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है।
पाकिस्तानी सेना ने इसकी घोषणा ऐसे दिन की जब देश दो बड़े आतंकी हमलों का शिकार हुआ है। इन हमलों में करीब 40 लोगों की जान चली गई। इस आतंकी हमले से पाकिस्तान की नई सरकार को गहरा धक्का लगा है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने इस हमले की निंदा की है। बताया जा रहा है कि जनरल कमर जावेद बाजवा आतंकियों के ऊपर लिए गए इस सख्त फैसल को टालना चाहते थे, लेकिन शुक्रवार को हुए दो विस्फोटों ने उनको यह फैसला लेने के लिए बाध्य कर दिया। इस फैसले से पाकिस्तान आतंकियों को एक सख्त संदेश देने की कोशिश कर रहा है।