मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फवाद ने बुधवार को ट्वीट किया कि लाहौर शहर में प्रदूषण का स्तर भारत के वाघा की तुलना में आधा है। फवाद ने कहा कि दिल्ली से लेकर अमृतसर तक फसलों को काटने के बाद जो आग लगाई जा रही है,वह एक बहुत बड़ी पर्यावरण समस्या बन गई है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि जलवायु परिवर्तन मामलों के मंत्री ने मंगलवार को कैबिनेट को बताया कि लाहौर में प्रदूषण की बड़ी वजह सरहद पार के हालात हैं। दिल्ली से अमृतसर तक फसल काटने के बाद खेतों में लगाई जाने वाली आग बड़ा कारण है। मोदी सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है।
पाकिस्तानी नेताओं ने यह बातें आश्चर्यजनक रूप से वर्ल्ड एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट आने के बाद कही हैं। इसमें कहा गया है कि 29 अक्टूबर को लाहौर दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। मीडिया रिपोर्ट में लाहौर के इस प्रदूषण की वजह वाहनों और उद्योगों से होने वाले जहरीले उत्सर्जन,भवन निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल और कूड़े तथा पराली को जलाने से उठने वाले धुएं को बताया गया था।