इमरान की जीती सीट पर भी हारी पीटीआइ
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी नेशलन असेंबली की पांच सीटों से चुनाव लड़ा था। इनमें से भी पीटीआई को दो सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। इमरान की छोड़ी सीटों में से एक सीट लाहौर (एनए-131) है, जहां से पूर्व रेल मंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता ख्वाजा साद रफीक ने जीत हासिल की है तो बन्नू से मुत्ताहिदा मजलिस ए अमल (एमएमए) के जाहिद अकरम दुर्रानी को जीत मिली है।
पूर्व पीएम खाकान अब्बासी जीते
पीएमएल एन के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी 25 जुलाई को हुए चुनाव में दो सीटों से लड़े थे और दोनों जगहों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उपचुनाव में एनए-124 लाहौर से उन्होंने एकतरफा मुकाबले में पीटीआई के गुलाम मोहिउद्दीन दीवान को पछाड़ा। प्रांतीय असेंबलियों की बात करें तो पीटीआई को 11 और पीएमएल-एन ने 7 सीटें मिली है। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी), अवामी नेशनल पार्टी और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो-दो सीटें मिली है।
विपक्ष हुआ मजबूत
उपचुनाव के बाद अब नेशनल असेंबली में विपक्ष की सीटों की संख्या में पांच का इजाफा हुआ है, जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन को छह और सीटें मिली हैं। हालांकि इन परिणामों का असर संघीय या प्रांतीय सरकारों पर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे विपक्षी एकता के परवान चढ़ने की उम्मीद है।
पहली बार विदेशों में बसे पाकिस्तानियों ने भी दिया वोट
पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से डिजाइन किए गए एक खास ऑनलाइन पोर्टल के जरिए इस चुनाव में पहली बार ऐसा हुआ, जिसमें विदेशों में बसे पाकिस्तानियों ने भी हिस्सा लिया। उपचुनाव में 92.8 लाख वोटर्स के लिए कुल 7,489 मतदान केंद्र बनाए गए थे। चुनाव में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए थलसेना के हजारों जवान, पुलिसकर्मी, पैरामिलिट्री रेंजर्स और फ्रंटियर कोर को लगाया गया था। चुनाव आयोग ने 1,727 मतदान केंद्रों को अत्यंत संवेदनशील घोषित किया था।