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कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था
बता दें कि सिख धर्म के तीसरे सबसे पवित्र स्थान माने जाने वाले इस तीर्थस्थान पर पाकिस्तान के संघ प्रशासित जनजातीय क्षेत्र (फाटा) और आंतरिक सिंध से सिख और हिंदू श्रद्धालु पहुंचे हैं। यहां श्रद्धालु अखंड पाठ, स्नान, कीर्तन सहित धार्मिक परंपराओं में भाग लेंगे। इतनी बड़ी मात्रा में श्रद्धालुओं के आने पर गुरुद्वारे के आसपास कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से एजेंसियों के दर्जनों अधिकारियों को तैनात किया गया है।
पाक सरकार ने जीता दिल
मीडिया से बात करते हुए भारतीय तीर्थयात्रियों के नेता मरजीत सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर खोलने में पाकिस्तानी सरकार की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार ने सीमा के दूसरी तरफ रहने वाले लाखों सिखों का दिल जीत लिया है। मरजीत सिंह ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल श्रद्धालुओं की संख्या में भी वृद्धि हुई है।
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रेलवे के कुप्रबंधन पर नाराजगी
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के नेता रमिंदर सिंह ने मरजीत सिंह की बात से सहमति जताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच अधिक गलियारों को खोलने की जरूरत है। वहीं, भारत के महिला दल की नेता मनमोहन कौर ने रेलवे विभाग के कुप्रबंधन पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि रेलवे के कुप्रबंधन की वजह से पंजाब प्रांत में नानकाना साहिब में 113 से अधिक तीर्थयात्री आगे नहीं बढ़ पाए।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बुधवार को करतारपुर कॉरिडोर का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। वहीं, भारत में करतारपुर कॉरिडोर का आज उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शिलान्यास कर दिया।