ऐसे में मसूद और उसके कैंप को बचाने के लिए पाकिस्तान ने चीन से लिए एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय बहावलपुर के पास तैनात कर दिया है। सूत्रों की मानें तो बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने चीन से चार मिसाइल डिफेंस सिस्टम की मांग की थी। एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को बहावलपुल में इसलिए तैनात किया है, क्योंकि यहां पर जैश-ए मोहम्मद का मुख्यालय है।
चार साल पहले ही चीन से लिया मिसाइल सिस्टम पाकिस्तान के डर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि साल 2015 में चीन से उससे नौ मिसाइल सिस्टम LY-80 का करार हुआ था। बालाकोट से पहले पांच मिसाइल सिस्टम चीन से पाकिस्तान को मिल चुके थे। बाकी 4 मिसाइल अगले 4 साल में आनी थीं। इससे डरे पाकिस्तान ने एक साथ 4 सिस्टम एक साल में ही ले लिए।
सूत्रों की मानें तो चीन से मिले 5 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को पाक ने मर्री, गुंजरावाला, अरिफवांला, रहींग्यार खान और सकर के एयरबेस और सैन्य ठिकानों में तैनात कर रखा है। वहीं बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद एक साथ मंगवाए गए चार मिसाइल सिस्टम को बहावलपुर, पानोअकिल, मुलतान और मलिर एयर बेस और डिफ़ेंस इस्टेब्लिशमेंट में लगाया गया है।
बहावलपुर में क्यों तैनात किया मिसाइल सिस्टम पाकिस्तान को इस बात का डर है कि भारत जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय बहावलपुर पर एयर स्ट्राइक कर सकता है। पाकिस्तान इस स्थान को सुरक्षित रखना चाहता है। ऐसे में वह भारतीय वायुसेना के वार से बचने के लिए एयर डिफेंस सिस्टम का सहारा ले रहा है। उसने चीन से मंगाए एयर डिफेंस सिस्टम तैनात किए हैं।