मतदाताओं के अधिकारों की हमेशा अनदेखी करने वाले पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) ने 45 लाख महिलाओं को नई मतदाता के रूप में पंजीकृत किए जाने का दावा किया है।
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एक ऐसा समाज जहां महिलाओं की भागीदारी कम हो और वह अभी भी मुख्यधारा में शामिल नहीं हो पाई हों, ऐसी परिस्थतियों में नई मतदाता के तौर पर लाखों महिलाओं को जोड़ना किसी उपलब्धि से कम नहीं है।
महिलाओं को मताधिकार के लिए किया गया प्रेरित
ईसीपी के अतिरिक्त महानिदेशक नदीम कासिम ने सोमवार को डॉन न्यूज से बात करते हुए कहा कि हम पिछले दो वर्षो से बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के आदिवासी जिलों में जागरूकता अभियान चला रहे हैं, ताकि महिलाओं को मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा सके। इस अभियान को सफलता मिली है, क्योंकि अब तक 45 लाख नई महिला मतदाता पंजीकृत हो चुकी हैं। इनमें से ज्यादातर इन्हीं क्षेत्रों से हैं।
उन्होंने कहा कि उन जिलों को इस अभियान के लिए चुना गया, जहां पुरुष और महिला मतदाताओं के बीच अंतर 10 फीसदी से अधिक था।
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कासिम ने कहा कि आबादी का 49 फीसदी होने के बावजूद पंजीकृत महिला मतदाताओं की संख्या कुल 11 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं में से पुरुषों की तुलना में एक करोड़ 25 लाख कम है।
इस दौरान उन्होंने महिलाओं को प्रेरित करने के लिए अपनाए गए कुछ नियोजित तरीके भी साझा किए, जिसकी मदद से उन्हें महिलाओं के पंजीकरण में मदद मिली।
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