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पाकिस्तान: आरिफ अल्वी बने 13वें राष्ट्रपति, प्रधान न्यायाधीश ने दिलाई शपथ

locationनई दिल्लीPublished: Sep 09, 2018 02:47:26 pm

Submitted by:

Shweta Singh

इस शपथग्रहण समारोह में नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा शामिल हुए।

arif alvi sworn in

आरिफ अल्वी

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी रविवार यानि 9 सितंबर को शपथ लिया। पकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ(पीटीआई) के संस्थापक सदस्यों में से एक डॉ. अल्वी देश के 13वें राष्ट्रपति बने। पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार ने डॉ. अल्वी को शपथ दिलाई। शपथग्रहण का कार्यक्रम वहां के ऐवान-ए-सद्र (राष्ट्रपति भवन) में एक सादे समारोह के रूप में आयोजित किया गया।

शपथग्रहण समारोह में शामिल हुए ये

जानकारी के मुताबिक इस शपथग्रहण समारोह में नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा शामिल हुए। उनके साथ ही वहां के अन्य राजनेता तथा सैन्य अधिकारी भी इस मौके पर शिरकत की। मीडिया रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार 69 वर्षीय पूर्व दंत चिकित्सक डॉ. अल्वी ने राष्ट्रपति पद के लिए त्रिकोणीय मुकाबले में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार ऐतजाज एहसान और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के मौलाना फज्ल उर रहमान के सामने अपनी जीत दर्ज किया है।

आम चुनाव में कराची सीट से जीत हासिल की

गौरतलब है कि डॉ. अल्वी प्रधानमंत्री के करीबी सहयोगी में से एक हैं। वे 2006 से 2013 तक पार्टी महासचिव की भूमिका रहें है। इसके अलावा बीते 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में कराची सीट से जीत हासिल की थी। बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति ममनून हुसैन का कार्यकाल शनिवार को समाप्त हो गया।

स्कूल के दिनों से ही राजनीति में रूचि

अल्वी के शुरुआती दिनों की बात करें तो ऐसा कहा जाता है कि स्कूल के दिनों से ही आरिफ उर रहमान अल्वी का राजनीति में खास लगाव था। ‘डेंटिस्ट’ बनने के लिए पढ़ाई करते हुए कॉलेज के दिनों में भी आरिफ अल्वी तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल अयूब खान के खिलाफ प्रदर्शनों में सक्रिय रहे। जिसके बाद 1979 में उन्होंने फुलटाइम नेता के रूप में सियासत में प्रवेश किया और साल 1996 में उन्होंने इमरान खान की पार्टी पीटीआई का दामन थामकर चुनावी मैदान में उतरे। उन्हें कम समय में ही पीटीआई के सिंध प्रांत का अध्यक्ष बनाया गया। बता दें कि अल्वी को 2013 में पहली राजनीतिक जीत मिली है, इससे पहले उन्होंने 1997 और 2002 में भी आम चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहे हैं।

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