क्या लिखा है चिट्ठी में पत्र में इमरान खान ने शपथ लेने पर भेजे गए पीएम मोदी की शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया अदा किया है। आगे इमरान खान लिखते हैं कि दोनों देशों के बीच सभी मुद्दों पर बातचीत के जरिए ही समाधान हो सकता है। दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र करते हुए इमरान खान ने दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता की पहल के लिए विदेश मंत्रियों की बैठक का प्रस्ताव भी इमरान ने दिया। इमरान खान ने कहा है कि दिवंगत प्रधानमंत्री दोनों देशों के बीच बातचीत के पक्षधर थे।उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सार्क को एक मजबूत और प्रभावी संस्था बनाने में यकीन रखते थे। पत्र में आगे कहा गया है कि आतंकवाद पर भी बात करने के लिए पाकिस्तान तैयार है। उन्होंने लिखा है कि “व्यापार, जनता से जनता का संपर्क, धार्मिक यात्राएं और मानवता कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर चर्चा के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों शांति की इच्छा रखते हैं और इसके लिए मैं दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की वार्ता का प्रस्ताव रखता हूं।”
शुरू हो शांति वार्ता पाकिस्तान के पीएम ने संक्युत राष्ट्र महाधिवेशन से इतर दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात की अपील की है। कुछ हफ्तों से इस बात की अटकलें तेज हो रही थीं कि क्या संयुक्त राष्ट्र जनरल असेम्बली में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी के बीच मीटिंग होगी या नहीं। ऐसे में इमरान खान का भारतीय पीएम को पत्र लिखना भारत और पाकिस्तान के बीच दोबारा बातचीत शुरू होने का औपचारिक प्रस्ताव भी माना जा सकता है। पाकिस्तानी पीएम ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में मोदी सरकार द्वारा 2015 में शुरू की गई शांति प्रक्रिया को दोबारा शुरू करने की अपील की है।
जवाब का इंतजार इमरान ने पत्र में लिखा है कि वह दोनों देशों की जनता के बेहतर भविष्य की उम्मीद में पत्र के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं। बता दें कि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भी ट्वीट कर कहा कि ”पत्र सकारात्मक सोच के साथ लिखा गया है और हम भारत से भी ऐसे ही जवाब की उम्मीद करते हैं।