जैश और पाकिस्तान भाई-भाई एक मीडिया हाउस के अंडर कवर रिपोर्टर ने जाबा टॉप के आस पास रहने वाले लोगों और सहरी की नूर मस्जिद में काम करने वाले इमाम से की गई बातचीत का ऑडियो जारी किया है। जिसमें स्थानीय लोग कह रहे हैं कि 26 फरवरी की आधी रात को बालाकोट में कायमत का मंजर था। एक के बाद एक लगातार चार धमाके हुए थे। इससे एक इमारत ध्वस्त हुई है। धमाके की आवाज काफी तेज थी जिससे हर कोई अपने घर से बाहर निकल आया। कुछ देर बाद वहां से 4-5 सैनिकों को मरा देखा गया था। इस बातचीत में रिपोर्टर ने मोहम्मद रियाज नाम के एक शख्स से भी बात की। यह जैश के लिए फंडिंग का काम करता है। बातचीत में उसने माना कि पाकिस्तान और जैश दोनों भाई-भाई हैं और वे एक दूसरे की मदद करते हैं। उसने बताया कि भारतीय हमले के बाद भी जैश को टेरर फंडिंग जारी है। वह अब भी भारत में बड़ी वारदात के मसूबे पाल रहा है।