जरूरी चीजों के लिए भी तरस रहा है पाकिस्तान
दरअसल, वित्तीय रुप से कंगाल हुए पाकिस्तान की कमर तोड़ने के लिए भारत ने पहले ही वहां निर्यात किए जाने वाले उत्पादों पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 200 फीसदी तक बढ़ा दिया है। अब भारतीय किसानों ने भी अपने उत्पादों को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है। इसका तत्काल असर ये हुआ है कि अब आतंकियों को पनाह देने वाला देश रोजमर्रा में जरूरी चीजों के लिए भी तरस रहा है। भारतीय किसानों ने आत्मघाती हमले के बाद अपना आक्रोश जाहिर करते हुए ऐलान कर दिया है कि भले ही उनके सब्जियां और फल सड़ जाएं, लेकिन वे उन्हें पाकिस्तान को नहीं बेचेंगे।
180 रुपए में बिक रहा है टमाटर
जानकारी के लिए बता दें पाकिस्तान में आजादपुर मंडी से फल और सब्जियां की सप्लाई की जाती हैं। लेकिन अब वहां के सब्जी व्यापारियों ने अपने उत्पादों को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है। इसका असर आपको इस बात से समझ आ जाएगा कि भारत में 10 रुपये किलो मिलने वाला टमाटर, पाकिस्तान के लाहौर में 180 रुपये किलो में बिक रहा है। सिर्फ टमाटर ही नहीं प्याज और कई अन्य चीजों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं।
पहले भी बंद हुई थी आपूर्ति
बताया जा रहा है कि पहले प्याज 15 रुपये किलो मिलता था अब उसके दाम 30 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। वहीं, पाकिस्तान में आलू के दाम 30-35 रुपये किलो, खीरा 80 रुपये किलो, लौकी 60-80 रुपये किलो, शिमला मिर्च 80 रुपये किलो और भिंडी के दाम 120 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं। गौरतलब है कि पिछले साल दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के कारण आपूर्तिं बंद कर दी गई थी, जिसके कारण वहां टमाटर के दाम 300 रुपये किलो तक पहुंच गए थे।
बॉर्डर पर खड़ें हैं लाखों के माल वाले ट्रक
इसके अलावा लाहौर से आ रहे ट्रकों को भी बॉर्डर पहुंचे बिना ही वापस लौटना पड़ रहा है। नौबत यहां तक आ चुकी है कि पाकिस्तान में छुहारा मार्केट का कारोबार लगभग बंद हो चुका है। पाक की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते दिनों में पाकिस्तान सरकार और वहां के कारोबारियों को अरबोंं रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के कई ट्रक वाघा बॉर्डर पर सामान से लदे हुए अटके हैं। इनमें से हर एक ट्रक में करीब 15 लाख रुपए का माल है। अब 200 फीसद इम्पोर्ट ड्यूटी लागू करने के बाद 15 लाख रुपए के सामान पर 30 लाख रुपए की ड्यूटी लगा दी गई है। ऐसे में कई ट्रक वाघा बॉर्डर पर खड़े हुए हैं, वहीं कई ट्रकों को माल लेकर वापस लौटना पड़ रहा है।