अजीज ने साथ ही कहाकि, बिना कश्मीर की चर्चा के भारत के साथ किसी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी। हम हमारे प्राथमिक मुद्दों को लेकर दृढ़ हैं। उन्होंने साफ कर दिया कि दोनों नेताओं के बीच उफा में हुई मुलाकात अनौपचारिक थी और कोई भी समझौता बाध्यकारी नहीं है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 2007 के समझौता एक्सप्रेस धमाकों में और जानकारी मांगी है। इससे पहले उफा में मुलाकात के बाद दोनों देशों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा था कि पाकिस्तान 26/11 हमलों की जांच में सहयोग करेगा। साथ ही लखवी के वॉयल सैंपल भी देगा।
सरताज अजीज का बयान पाकिस्तान द्वारा मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी के वॉयस सैंपल न देने के बयान के एक दिन बाद आया है। गौरतलब है कि रविवार को अभियोग पक्ष के वकील ने कहा था कि पाकिस्तान सरकार लखवी के वॉयस सैंपल के लिए ताजा अर्जी दायर नहीं करेगी।
लखवी के वकील ने भी कहा था कि उसके मुवक्किल को वॉयस सैंपल देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि पाकिस्तान की एक अदालत ने दिसंबर 2014 में लखवी को सबूतों के अभाव का हवाला देते हुए जमानत दे दी थी।