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पाकिस्तान: आखिर ‘पानी पीने’ के कारण क्यों मिली इस महिला को मौत की सजा, सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई शुरू

locationनई दिल्लीPublished: Oct 08, 2018 09:24:35 pm

Submitted by:

Navyavesh Navrahi

बीबी के वकील सैफ-उल-मुलूक ने अदालत को बताया है कि यह मामला बीबी और कुछ मुस्लिम महिलाओं के बीच जबानी लड़ाई पर आधारित है।

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पाकिस्तान: आखिर ‘पानी पीने’ के कारण क्यों मिली इस महिला को मौत की सजा, सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई शुरू

पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने ईशनिंदा मामले में मौत की सजा के खिलाफ एक ईसाई महिला आसिया बीबी की अंतिम अपील पर सुनवाई शुरू की। बता दें, आसिया बीबी पर सन 2009 में ईशनिंदा का आरोप लगाया गया था और फिर 2010 में उन्हें दोषी ठहरा दिया गया। इसके बाद उन्होंने लाहौर हाईकोर्ट ने मौत की सजा के खिलाफ अपील दायर की, जिसे खारिज कर दिया गया। उन्होंने अपनी दोषिसिद्धी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट अपनी अंतिम अपील दायर की है। अब चीफ जस्टिस साकिब निसार, जस्टिस आसिफ सईद खोसा और जस्टिस मजहर आलम खान मियांखेल पर आधारित सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बैंच ने पांच बच्चों की मां को मिली मौत की सजा के खिलाफ सुनवाई शुरू की है।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार- बीबी के वकील सैफ-उल-मुलूक ने अदालत को बताया है कि यह मामला बीबी और कुछ मुस्लिम महिलाओं के बीच जबानी लड़ाई पर आधारित है। इसके बाद एक मस्जिद के इमाम ने ननकाना साहिब के कतनवाला में मामला दर्ज करा दिया। एक मीडिया रिपोर्ट में वकील के हवाले से कहा गया है कि मुस्लिम महिलाओं के बयानों में विरोधाभास है। जबकि चीफ जस्टिस के हवाले से लिखा गया है कि इमाम के मुताबिक एक घर में मामले पर चर्चा के लिए पंचायत भी बैठी थी और इसमें एक हजार लोग इकट्‌ठे हुए थे।
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क्या है मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- मामला 14 जून, 2009 का है। एक दिन आसिया नूरीन अपने घर से कुछ ही दूरी पर बगीचे में दूसरी महिलाओं के साथ काम करने पहुंचीं। इस बात का जिक्र उन्होंने अपनी किताब में किया है। आसिया के अनुसार- उस दिन बहुत गर्मी थी। उसने पास के एक कुएं में बाल्टी से पानी निकाला और पास पड़े गिलास में पानी पिया। तभी एक अन्य महिला की भी प्यास से ऐसी ही स्थिति थी। आसिया के अनुसार- जब मैंने उसी गिलास में उस महिला को पानी दिया, तभी एक और महिला ने चिल्लाकर कहा कि इसे न पियो, यह ‘हराम’ है। क्योंकि एक ईसाई महिला के हाथ से दिया हुआ पानी पीना मेरे साथ काम करने वाली महिलाओं के अनुसार गलत है।
आसिया बीबी को जेल से छुड़ाने के समर्थन में कई देशों में प्रदर्शन भी हुए। यदि आसिया बीबी को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत न मिली, तो उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रपति के सामने दया याचिका लगानी होगी।
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ऐसे आया सुर्खियों में

ये मामला उस समय मीडिया में आया, जब पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर ने आसिया बीबी के पक्ष में आवाज उठाई। तासीर की 2011 में इस्लामाबाद में उनके ही सुरक्षाकर्मी ने हत्या कर दी थी।
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