2018 में हुई लड़कियों की तस्करी
पाकिस्तानी जांचकर्ताओं ने इस सूची को बनाया है। इसमें दावा किया गया है कि वर्ष 2018 में इन लड़कियों को चीनी पुरुषों के हाथों में बेचा गया। जांचकर्ता गरीब लड़कियों के मानव तस्करी का जाल तोड़ने के लिए यह सूची बनाई थी। हालांकि, इस सनसनीखेज खुलासे के बाद भी पाकिस्तान सरकार इस मामले को दबाने में जुटी हुई है।
पाकिस्तान सरकार को सता रहा है ये डर
जांच अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान सरकार को डर है कि कहीं चीन के साथ उनके रिश्ते खराब न हो जाएं। इसलिए ही सरकार इस मामले में सख्ती दिखाने से डर रही है। यह वजह है कि मानव तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे सबसे बड़े मामले को भी बंद कर दिया गया था। यही नहीं, अक्टूबर में भी फैसलाबाद की एक अदालत ने 31 चीनी नागरिकों को बरी कर दिया था, जिनपर तस्करी का आरोप था। अभी भी जांच एजेंसी के अधिकारियों पर मामले से हटने के लिए जबरदस्त दबाव है। कई अधिकारियों के तबादले भी कराए गए हैं।
महिलाओं को मुंह बंद करने के लिए दी जा रही धमकी
जांचकर्ताओं और कोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि इन मामले की गवाही देने वाले बाद में मुकर गए। जिन महिलाओं से पुलिस ने पूछताछ कर मामला आगे बढ़ाया था, उन्होंने गवाही से इनकार कर दिया। दावा किया जा रहा है कि इनमें से कुछ को पैसे का लालच दिया गया और कुछ को धमकी भी दी गई। दो महिलाओं ने अपनी नाम न उजागर करने की शर्त पर इस बारे में बताया। पहचान छिपाने की शर्त महिलाओं ने इसलिए रखी क्योंकि उन्हें डर था कि उन्हें समाज से अलग कर दिया जाएगा।