पाकिस्तान की मौजूदा सरकार बातचीत की इच्छुक
ये बात उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा। उनका कहना था कि पाकिस्तान की मौजूदा सरकार बातचीत की इच्छुक है। हालांकि उन्होंने ये भी कह दिया कि भारत से कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला है। आपको बता दें कि पाक से लगातार बातचीत के ऑफर के बाद भी भारत ने अपना रूख साफ रखा है। भारत की शर्त है कि पहले पाक आतंकवाद पर अपनी नीति साफ करे और अबतक हुए उरी और मुंबई हमलों में न्याय का आश्वासन दे, तभी बातचीत की कोई गुंजाईश है।
प्रधानमंत्री इमरान खान भी कर रहे हैं बातचीत की कोशिश
आपको बता दें कि चौधरी का कहना है कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस संदर्भ में भारत को कई संकेत दिए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि, ‘प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद इमरान खान ने भारतीय क्रिकेटरों को आमंत्रित किया..अपने भाषण में उन्होंने कहा कि वह भारत के एक कदम के जवाब में दो कदम आगे बढ़ाएंगे।’
‘कोई देश अलग-थलग रहकर प्रगति नहीं कर सकता’
मीडिया रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि इमरान खान ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से भी बात की है। चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान सरकार के भारत के साथ संबंध सुधारने व वार्ता आयोजित करने के फैसले से सेना भी सहमत हैय़ उन्होंने कहा, ‘खान व जनरल कमर जावेद बाजवा दोनों यह समझते हैं कि कोई देश अलग-थलग रहकर प्रगति नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा, ‘दोनों नेता समझते हैं कि अगर क्षेत्रीय शांति नहीं सुनिश्चित की गई तो हम विकास की दौड़ में पिछड़ जाएंगे।’
सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतार सिंह सीमा खोलने का ऐलान
चौधरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान जल्द ही सिख तीर्थयात्रियों के लिए करतार सिंह सीमा को खोलेगा और उन्हें गुरद्वारा दरबार सिंह साहिब करतारपुर में बिना वीजा के यात्रा की अनुमति देगा। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान में तीर्थयात्रियों के प्रवेश करने के लिए एक प्रणाली बनाई गई है।’