गौरतलब है कि 22 मई को पाकिस्तान इंटरनेशल एयरलाइंस (PIA) का विमान कराची में लैंडिंग से पहले एक रिहायशी इलाके में जा गिरा था। एयरपोर्ट से कुछ दूरी पर ये हादसा हुआ जिसमें केवल दो यात्री बचे। बाकी सभी यात्री और क्रू मेंबर्स की मौत हो गई।
पाकिस्तान के नागरिक विमानन मंत्री गुलाम सरवार खान ने संसद में इस रिपोर्ट को पेश करते हुए कहा कि पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने समय रहते तय नियमों का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि एयरबस ए320 की जब लैंडिंग होने वाली थी तब वे कोरोना वायरस को लेकर चर्चा में लगे हुए थे।
मंत्री के अनुसार पायलट और को-पायलट का फोकस विमान पर नहीं था बल्कि पूरी यात्रा के दौरान वे कोरोना को लेकर बात कर रहे थे। इस बीमारी से उनके कुछ परिवार के सदस्य प्रभावित थे। वे उस पर चर्चा कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से पायलट अति आत्मविश्वास में था। जिसके कारण ये हादसा हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार विमान को रनवे पर उतारने के दौरान जितनी ऊंचाई होनी चाहिए थी वह उससे दोगुनी थी। दोनों पायलटों ने तय नियम का पालन नहीं किया, इसके कारण इंजन को नुकसान पहुंचा और विमान क्रैश हो गया। लैंडिग के दूसरे प्रयास के दौरान विमान एयरपोर्ट के नजदीक रिहायशी इलाके में गिर पड़ा। ये बातें विमान के कॉकपिट डेटा और वॉयस रिकॉर्डर की जांच पाई गई हैं। यह विस्तृत रिपोर्ट साल के अंत तक आएगी।
मंत्री का कहना है कि विमान पूरी तरह से सही और फिट था। उसमें कोई भी टेक्निकल दिक्कत नहीं थी। इस हादसे में करीब 29 घरों को नुकसान पहुंचा। मंत्री के अनुसार सरकार उन लोगों को मुआवजा देगी, जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। लॉकडाउन के बाद विमान सेवा को शुरू किया था। विमान में सवार अधिकतर यात्री ईद मनाने अपने घर जा रहे थे।