पाक और सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र
मोदी ने पिछले साल 8 नवंबर को घोषित नोटबंदी के अलावा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक और एक जुलाई 2017 से लागू जीएसटी का भी जिक्र किया।
मोदी ने पिछले साल 8 नवंबर को घोषित नोटबंदी के अलावा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक और एक जुलाई 2017 से लागू जीएसटी का भी जिक्र किया।
भारतीयों के बीच 35 मिनट का संबोधन
अपने 35 मिनट के संबोधनन के दौरान नोटबंदी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह कदम कालेधन पर काबू पाने के लिए उठाया गया और इससे ऐसे लाखों लोगों की पहचान करने में मदद मिली, जो अपने बैंक खातों में करोड़ों रुपए रखते थे, लेकिन कभी आयकर नहीं देते थे। उन्होंने कहा कि 2 लाख से ज्यादा कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया, क्योंकि वे कालेधन के शोधन में शामिल थीं।
भ्रष्टाचार का खामियाजा 125 करोड़ लोग भुगत रहे थे
प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए हमने 500 और 1000 रुपए के नोटों पर रोक लगाई। कुछ भ्रष्ट लोगों के गलत कार्यों का खामियाजा 125 करोड़ लोग भुगत रहे थे। यह हमें स्वीकार्य नहीं था।
प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए हमने 500 और 1000 रुपए के नोटों पर रोक लगाई। कुछ भ्रष्ट लोगों के गलत कार्यों का खामियाजा 125 करोड़ लोग भुगत रहे थे। यह हमें स्वीकार्य नहीं था।
भारत-म्यांमार में 11 समझौते
इससे पहले पीएम मोदी ने वहां की स्टेट काउंसलर आंग सान सू ची के साथ डेलिगेशन लेवल की वार्ता की। दोनों नेताओं ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। भारत और म्यांमार के बीच कुल 11 समझौते हुए हैं।
ये है पीएम मोदी का पूरा भाषण बोले अब जाकर सपना पूरा हुआ
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों की सीमा ही नहीं, भावनाएं भी एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। बर्मी भाषा में भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि वह बचपन से ही कोई धार्मिक और आध्यात्मिक शहर जाना चाहते थे, यंगून आकर उनका यह सपना पूरा हुआ। पीएम ने अपने भाषण में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में म्यांमार की भूमिका, आजाद हिंद फौज के इतिहास और विपश्यना का भी उल्लेख किया। साथ ही कहा कि यह वही धरती है, जहां बहादुर शाह जफर को दो गज जमीन मिली। उनके संबोधन के दौरान कई बार हॉल में मोदी-मोदी के नारे लगे।
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों की सीमा ही नहीं, भावनाएं भी एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं। बर्मी भाषा में भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि वह बचपन से ही कोई धार्मिक और आध्यात्मिक शहर जाना चाहते थे, यंगून आकर उनका यह सपना पूरा हुआ। पीएम ने अपने भाषण में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में म्यांमार की भूमिका, आजाद हिंद फौज के इतिहास और विपश्यना का भी उल्लेख किया। साथ ही कहा कि यह वही धरती है, जहां बहादुर शाह जफर को दो गज जमीन मिली। उनके संबोधन के दौरान कई बार हॉल में मोदी-मोदी के नारे लगे।
मोदी ने दिया 5 बी का नारा
भारत और म्यामांर के रिश्तों का आधार 5 बी है। बुद्धिज्म, बिजनेस, बॉलीवुड, भारत नाट्यम और बर्माटिक।