भूटान में विपक्ष नेता से मिले पीएम नरेंद्र मोदी, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय हितों पर चर्चा की भूटान से रवाना होने से पहले मोदी ने कहा, ‘धन्यवाद भूटान’। यह यादगार दौरा रहा। इस शानदार देश के लोगों से मुझे जो मोहब्बत मिली है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। यहां कई ऐसे कार्यक्रम हुए जिनमें मुझे हिस्सा लेने का गौरव प्राप्त हुआ। इस यात्रा के परिणामस्वरूप द्विपक्षीय संबंध और प्रगाढ़ होंगे।’
भूटान के पीएम लोटे शेरिंग ने कहा कि इस बार दोनों के बीच डोकलाम विवाद को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई क्योंकि इस मुद्दे को लेकर अब कोई दिक्कत नहीं है। वहां सबकुछ सामान्य हैं। उन्होंने कहा कि दोनों का हमेशा से मानना है कि डोकलाम विवाद पर तीनों देश (भारत, भूटान, चीन) सकारात्मक बातचीत से किसी नतीजे पर पहुंच सकते हैं।
भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिंघे वांगचुक से मुलाकात प्रधानमंत्री ने शनिवार को भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की। इसके साथ भारत-भूटान की साझेदारी को लेकर चर्चा की। बाद में, प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिंघे वांगचुक से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने रविवार को प्रतिष्ठित रायल यूनिवर्सिटी आफ भूटान के छात्रों को संबोधित किया। यहां पर उन्होंने भारत के विकास होने की रफ्तार का वर्णन किया। उन्होंने भूटान को अपने सबसे करीबी मित्रों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी दो देश एक-दूसरे को इतनी अच्छी तरह से नहीं समझते हैं या न ही साझा करते हैं जितना भारत और भूटान के बीच होता है।
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