बांग्लादेश की आजादी के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए ढाका पहुंचे पीएम मोदी को इस दौरान गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद पीएम मोदी सबसे पहले ढाका के सावर में स्थित शहीद स्मारक पहुंचे, जहां उन्होंने एक पौधा भी लगाया और शहीद स्मारक में पीएम मोदी ने विजिटर्स बुक में संदेश लिखकर अपने हस्ताक्षर किए।
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फिर, पीएम मोदी ढाका के एक होटल में पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। वहां पर उन्होंने दाउदी बोहरा समुदाय से मुलाकात की। दाउदी समुदाय के आध्यात्मिक प्रमुख के बांग्लादेश प्रतिनिधि ने पीएम मोदी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि हमने उनसे (पीएम मोदी) सैयदना साहब की बांग्लादेश से यात्रा शुरू करने का अनुरोध किया।
बता दें कि पीएम मोदी नेशनल डे प्राग्राम में शामिल होंगे उसके बाद शाम को बापू बंगबंधु डिजिटल वीडियो प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
मतुआ समुदाय के मंदिर में की पूजा-अर्चना
आपको बता दें कि बांग्लादेश के दौरे पर ढाका पहुंचे पीएम मोदी मतुआ समुदाय के एक प्रसिद्ध मंदिर में पहुंचे और पूजा-अर्चना की। माना जा रहा है कि पीएम मोदी का यहां पर मंदिर जाना पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में मतुआ समुदाय के मतदाताओं को लुभाने के लिए स्ट्रेटजी का एक हिस्सा है।
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पीएम मोदी ने इस दौरान ढाका में मतुआ समुदाय के युवाओं से मुलाकात की। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम सेनानियों ‘मुक्तिजोधस’ से भी मुलाकात की। ऐसे में ये समझा जा रहा है कि पीएम मोदी ने मंदिर में जाकर मतुआ समुदाय के मतदाताओं को साधने की कोशिश की है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में भारी संख्या में मतुआ समुदाय के लोग रहते हैं जो बंगाल की 60-65 सीटों पर अपना प्रभाव रखते हैं और किसी भी पार्टी का सियासी खेल बिगाड़ व बना सकते हैं।