प्रवक्ता के मुताबिक रूक के उत्तर पश्चिम में यह सैन्य अभ्यास किया गया। लांचपैड से एक तोपोल आईसीबीएम फायर की गई, जिसने कुरा फायरिंग रेंज में अपने टारगेट को हिट किया। इस दौरान एक न्यूक्लियर सब मरीन ने भी एक आईसीबीएम फायर कुरा फायरिंग रेंज की ओर किया। रूसी सेना के मुताबिक ये सैन्य अभ्यास पूरी तरह से सफल रहा।
युद्ध की स्थिति से कोई लेना-देना नहीं
रूस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने सैन्य अभ्यास के दौरान स्पष्ट किया कि ये एक रूटीन अभ्यास है। इसका अंतर्राष्ट्रीय बदलाव से कोई लेना-देना नहीं है। पुतिन उड़ा चुके हैं जहाज
अगस्त 2010 में वेस्टर्न के जंगलों में आग लगी थी। इस दौरान को-पायलट बन पुतिन ने आग बुझाने में मदद की थी। पुतिन को जहाज उड़ाने के साथ-साथ तेज बाइक चलाने का भी शौक है। इसके साथ ही मौका मिलने पर पुतिन खेलों में भी हाथ हजमा लेते हैं।
रूस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने सैन्य अभ्यास के दौरान स्पष्ट किया कि ये एक रूटीन अभ्यास है। इसका अंतर्राष्ट्रीय बदलाव से कोई लेना-देना नहीं है। पुतिन उड़ा चुके हैं जहाज
अगस्त 2010 में वेस्टर्न के जंगलों में आग लगी थी। इस दौरान को-पायलट बन पुतिन ने आग बुझाने में मदद की थी। पुतिन को जहाज उड़ाने के साथ-साथ तेज बाइक चलाने का भी शौक है। इसके साथ ही मौका मिलने पर पुतिन खेलों में भी हाथ हजमा लेते हैं।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन का बयान, अमरीका-नॉर्थ कोरिया का तनाव वैश्विक तबाही का है संकेत पुतिन कर चुके हैं कई देशों की जासूसी
बहुत कम लोग जानते हैं कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन पहले रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी में एजेंटे थे। इस दौरान 1975 से 1991 के दौरान उन्होंने पूर्वी जर्मनी में जसूसी की थी। पुतिन को इस दौरान ऐसे लोगों को नियुक्त करना था जो लोग अमरीका की जासूसी कर सकें।
बहुत कम लोग जानते हैं कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन पहले रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी में एजेंटे थे। इस दौरान 1975 से 1991 के दौरान उन्होंने पूर्वी जर्मनी में जसूसी की थी। पुतिन को इस दौरान ऐसे लोगों को नियुक्त करना था जो लोग अमरीका की जासूसी कर सकें।