भारतीयों का खून खौलना स्वाभाविक है पूरे भारत को झकझोरने वाले हमले की नींव इसी रैली में रखी गई थी। पाकिस्तान में बीते कुछ दिनों में ऐसी की कई रैलियां हुईं। इनमें भारतीय सेना और भारतीय पीएम को लेकर आपत्तिजनक बातें कही गईं और हमले की धमकियां दी गईं। भारत ने पाकिस्तान पर अपनी ओर से उकसावे वाली कार्रवाई नहीं की है, लेकिन पाकिस्तान अपनी जमीन पर ऐसे आतंकी तत्वों को पनाह देता है और इसका नुकसान भारत को उठाना पड़ता है। बीच-बीच में पाकिस्तान से ऐसी तस्वीरें सामने आती रहती हैं और इनपर कोई कार्रवाई भी नहीं होती है। ऐसे में भारतीयों का खून खौलना स्वाभाविक है।
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विमान को हाईजैक किया इस रैली को संबोधित करने वाला रऊफ असगर, जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अज़हर का छोटा भाई है। मसूद अजहर 1994 में ही भारतीय जेल में था, लेकिन दिसंबर 1999 में काठमांडू से इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक करने के बाद यात्रियों के बदले भारत ने अफ़गानिस्तान के कंधार में जिन आतंकवादी को रिहा किया था, उनमें भी सबसे खास अजहर ही था। फिलहाल वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रहता है।
वायु सेना ठिकाने पर हमला किया था गौरतलब है कि 18 सितंबर 2016 को उरी में जैश ने ही आतंकी हमला किया था। उससे पहले जैश-ए-मोहम्मद ने 2 जनवरी 2016 में पंजाब के पठानकोट स्थित वायु सेना ठिकाने पर हमला किया था। 13 दिसंबर 2001 में संसद पर हमले के लिए भी ज़िम्मेदार भी जैश ही था। उसी साल एक अक्टूबर को जम्मू और कश्मीर विधानसभा पर जैश ने ही आतंकवादी हमला किया था। इससे पहले कंधार विमान हाईजैक में भी जैश का ही हाथ था। पाकिस्तान ने 2002 में इस संगठन पर पाबंदी लगाई, लेकिन जैश का आतंकी सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ही रहता है।