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Coronavirus: पाकिस्तान में पांच माह बाद फिर से खोल दिए गए स्कूल और कॉलेज, विपक्ष का विरोध

locationनई दिल्लीPublished: Sep 16, 2020 07:07:01 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

Highlights

हाईस्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 15 सितंबर दोबारा से खुल गए।
वहीं प्राथमिक विद्यालय 30 सितंबर से शुरू हो जाएंगे।

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पाकिस्तान में कोरोना वायरस।

लाहौर। पाकिस्तान में कोरोना वायरस ( Coronavirus) के आंकड़ों में गिरावट देखी जा रही है। ऐसे में पांच माह के बाद मंगलवार को स्कूल और कॉलेज दोबारा से खुल गए। अधिकारियों के अनुसार हाईस्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 15 सितंबर दोबारा से खुल गए, वहीं कक्षा छह से आठवीं तक की कक्षाएं 23 सितंबर से शुरू हो रही हैं। प्राथमिक विद्यालय 30 सितंबर से शुरू हो जाएंगे। स्वास्थ्य संबंधित निर्देशों के अनुसार,एक कक्षा में 20 या उससे कम छात्रों को बैठाया जाएगा।
छात्रों के समूहों को बांटा गया है। वे एक दिन छोड़कर स्कूल आ सकेंगे। शिक्षकों और छात्रों के लिए मास्क लगाना जरूरी हो गया है। संस्थान प्रवेश द्वारों पर हाथ धोने की सुविधा और सैनिटाइजर की व्यवस्था करेगी। महामारी के कारण 16 मार्च को पाक में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करा जाएगा। इसके अलावा सभी वार्षिक परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाएगा।
ऐसा लगा रहा है कि इमरान सरकार दुनिया को ये संदेश देने की कोशिश में हैं कि पाकिस्तान कोरोना की जंग जीत चुका है। इसे साबित करने के लिए सभी स्कूल कॉलेज खोल दिए हैं। सरकार का दावा है कि अब यहां जिंदगी तेजी से सामान्य हो रही है।
पीएम इमरान खान ने ऐलान कर दिया है कि वो अपने देश में लाखों बच्चों को स्कूल कॉलेज में भेजकर उनके अंदर आत्मविश्वास लाना चाहते हैं। लेकिन इमरान सरकार के इस कदम को विपक्ष खतरा बता रही है। उसका कहना है कि दुनिया के सामने अपनी पीट थपथपाने और वाहवाही दिखाने के लिए पाक सरकार ऐसे कदम उठा रही है। हालात ये हैं कि अब भी कई मामले सामने आ रहे हैं। इमरान सरकार जानबूझकर आंकड़ों की संख्या कम बता रही है। इससे असली आंकड़े सामने नहीं आ रहे हैं।
भारत में जैसे-जैसे टेस्ट की संख्या बढ़ रही है। वैसे ही रोजाना लाखों की संख्या में टेस्ट करके हर आदमी को सुरक्षा दी जा रही है। वहीं पाकिस्तान में अब तक एक दिन में सबसे अधिक 30 हजार से अधिक टेस्ट कभी नहीं हो पाए। जबकि पाकिस्तान की आबादी भारत की तुलना में काफी कम है।
आंकड़ों को देखें तो पाक में रोजाना औसतन दस लाख की आबादी पर महज 1400 लोगों के ही कोरोना टेस्ट हो रहे हैं। भारत में ये संख्या 3700 से ज्यादा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार 20 टेस्ट करने पर अगर एक मरीज मिलता है तभी कोरोना पर नियंत्रण को मान सकते हैं। पाकिस्तान में हर आठवां व्यक्ति कोरोना संक्रमित है।
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