देशभर से कार्यकर्ताओं ने निकाला कराची में मार्च
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, आतंकवाद रोधी कानून के तहत पुलिस द्वारा दर्ज मामले में आरोप लगाया गया है कि जिये सिंध कौमी महाज (बशीर खान कुरैशी समूह) के चेयरमैन सनान कुरैशी, वाइस चेयरमैन इलाही बख्श और अन्य ने बीते दिन कराची में सिंध पैगाम रैली का आह्वान किया था, जिसमें देश भर से कार्यकर्ता कराची पहुंचे।
अभी तक नहीं हुई गिरफ्तारी
पुलिस द्वारा दर्ज किए गए प्राथमिकी में कहा गया है कि रैली में शामिल लोगों ने पाकिस्तान, इसके संस्थानों, सरकार और हस्तियों के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी की। पार्टी चेयरमैन व अन्य नेताओं ने अपने भाषणों के जरिए कार्यकर्ताओं को देश से बगावत और आतंकवाद के लिए उकसाया। हालांकि, अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
देश विरोधी लोगों को थप्पड़ भी मारे
जिये सिंध कौमी महाज के वाइस चेयरमैन इलाही बख्श ने ‘जंग’ से कहा कि रैली में हजारों लोग शामिल हुए। इनमें कुछ आसामाजिक और देश विरोधी तत्व घुस आए जिन्होंने देश के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने और खुद चेयरमैन ने अपने भाषण में इन तत्वों को चिन्हित किया और इनसे अपने किसी भी तरह के संबंध को खारिज किया। यहां तक कि चेयरमैन ने ऐसे कुछ देश विरोधी लोगों को थप्पड़ भी मारे।
1972 में सिंधी नेता जीएम सईद ने सबसे पहले शुरू उठाई थी मांग
आपको बता दें कि अपनी मांग के समर्थन में देशभर से सिंधी नागरिक कराची में जुटे थे। इन्होंने गुलशन-ए-हदीद से प्रेस क्लब तक मार्च किया था। इस दौरान लोग अपने हाथों में सिंधुदेश के प्रतीक लाल झंडे थामे नजर आए और स्वतंत्र देश के समर्थन में नारे लगाए। आपको बता दें कि पाकिस्तान से स्वतंत्र सिंधुदेश बनाने की मांग सबसे पहले 1972 में सिंधी नेता जीएम सईद ने उठाई थी। कुछ सालों बाद यह आंदोलन जारी रखने के उद्देश्य से एक अलग पार्टी जय सिंध कौमी महाज (जेएसक्यूएम) का भी गठन किया गया।