नई दिल्लीPublished: Jun 05, 2018 06:01:49 pm
mangal yadav
किशनगंगा बांध परियोजना के मुद्दे पर पाकिस्तान को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है।
किशनगंगा बांध परियोजना पर पाकिस्तान को झटका, विश्व बैंक ने कहा भारत की बात मान ले पाक
इस्लामाबादः किशनगंगा बांध परियोजना के मुद्दे पर पाकिस्तान को एक बार करारी शिकस्त मिली है। विश्व बैंक ने पाकिस्तान को इस मुद्दे पर भारत के प्रस्ताव को मानने की सलाह दी है। दरअसल पाकिस्तान ने किशनगंगा बांध परियोजना को लेकर विश्व बैंक में भारत की शिकायत की थी लेकिन वहां पर उसे मुंह की खानी पड़ी। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पिछले सप्ताह विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने पाकिस्तान को सुझाव दिया है कि वह भारत के प्रस्ताव को स्वीकार कर ले। विश्व बैंक के अध्यक्ष ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में ले जाने से बचे। बता दें कि पाकिस्तान इस मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट पहुंच गया है।
क्या है किशनगंगा बांध परियोजना विवाद?
पाकिस्तान का कहना है कि साल 1960 में हुए सिंधु जल समझौते का भारत उल्लंघन कर रहा है। विश्व बैंक ने सिंधु और उसकी सहायक नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर यह समझौता करवाया था। पाकिस्तान का दावा है कि भारत यहां पर बांध बना रहा है। जिसकी वजह से नदी का जल स्तर कम तो होगा ही साथ में इसका मार्ग भी बदलेगा। पाकिस्तान ने विश्व बैंक के सामने कहा है कि उसके देश की 80 फीसदी आबादी सिंधु नदी के पानी पर निर्भर है इसलिए भारत के बांध बनाने से उसको काफी नुकसान होगा। उधर भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि उसके बांध बनाने से जल स्तर में कोई बदलाव नहीं आएगा। भारत का कहना है कि वह सिंधु जल समझौते का उल्लंघन नहीं कर रहा है। किशनगंगा बांध परियोजना भारत के अधिकार क्षेत्र में आता है। बता दें कि भारत ने साल 2007 में पहली बार किशनगंगा पनबिजली परियोजना पर काम शुरू किया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने रोक लगा दी थी। साल 2013 में कोर्ट ने फैसला भारत के पक्ष में दिया।