मंत्रालय के मुताबिक एक साथ कई रूसी लड़ाकू विमान देश के पूर्वी हिस्से में प्रवेश कर गए थे।
रूसी विमानों ने दो बार की घुसपैठ की कोशिश
मीडिया को जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि रूसी लड़ाकू विमानों ने दक्षिण कोरियाई हवाई क्षेत्रों में दो बार घुसपैठ करने की कोशिश की।
इसके बाद वायुसेना को मजबूरन विमानों को खदेड़ना पड़ा और चेतावनी देते हुए हवाई फायरिंग की गई। मंत्रालय ने बताया कि पहली बार स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 9 बजे लड़ाकू विमान हवाई सीमा में घुसे थे। इस दौरान करीब तीन मिनट तक ये विमान सीमा के अंदर रहे।
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दक्षिण कोरिया ने तैनात किया F-15k और F-16k लड़ाकू विमान
इसके बाद करीब आधे घंटे बाद फिर से सभी विमान वापस लौटे। कोरियाई सेना के मुताबिक इस बार ये विमान चार मिनट तक सीमा में रहे। इसकी जवाबी कार्रवाई में वायुसेना ने कई F-15k और F-16k लड़ाकू विमान तैनात किए। इसके साथ ही कई राउंड हवाई फायरिंग कर चेतावनी दी।
दक्षिण कोरियाई अधिकारियों के मुताबिक, यह पहला मौका था जब किसी रूसी विमान ने दक्षिण कोरियाई हवाई सीमा का उल्लंघन किया था। फिलहाल, सेना इस मामले की जांच कर रही है। सेना ने बताया कि यह मुठभेड़ डोकडो के पूर्वी द्वीपों के पास हुई। यह एक विवादित द्वीप है जिसपर दक्षिण कोरिया का अधिकार है, लेकिन जापान भी इसपर अपना दावा करता है।
इस घटना पर सियोल के रक्षा मंत्रालय ने रूसी अधिकारियों के सामने ऐतराज जताने का निर्णय लिया है। हालांकि, घटना पर मॉस्को की ओर से कोई तत्काल टिप्पणी नहीं आई । लेकिन बाद में रूसी रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर इस ऑपेरशन से इनकार किया।