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श्रीलंका: स्पीकर ने राजपक्षे से बहुमत साबित करने को कहा, नहीं तो पूर्ववर्ती व्यवस्था को ही माना जाएगा

Published: Nov 05, 2018 12:48:02 pm

Submitted by:

Mohit Saxena

श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने 26 अक्टूबर को रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर श्रीलंका का नया प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को बनाया है

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श्रीलंका: स्पीकर ने राजपक्षे से बहुमत साबित करने को कहा, नहीं तो पूर्ववर्ती व्यवस्था को ही माना जाएगा

कोलंबो। श्रीलंका के स्पीकर ने पहले ही रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त करने के फैसले को असंवैधानिक बताया है। अब स्पीकर कारु जयसूर्या का कहना है कि महिंदा राजपक्षे जब तक संसद में अपना बहुमत साबित नहीं करते हैं,तब तक उन्हें देश का प्रधानमंत्री नहीं मान सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजपक्षे संसद बहुमत साबित कर दें,तो वह उन्हें प्रधानमंत्री मान लेंगे।
सिरिसेना की हो रही आलोचना

श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने 26 अक्टूबर को रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर श्रीलंका का नया प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को बनाया है। सिरिसेना के इस कदम की आलोचना देश में कई राजनीतिक दल तो कर ही रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी श्रीलंका में राजनीतिक अस्थिरता और जारी गतिरोध पर अपनी निराशा जाहिर की है।
पूर्ववर्ती व्यवस्था को ही मान्य समझा जाए

स्पीकर कारा जयसूर्या ने देश के हालात का हवाला देते हुए कहा कि वह संसद के सभी सदस्यों से अनुरोध करते हैं कि वो हालिया परिवर्तनों को नजरअंदाज कर 26 अक्टूबर से पहलेवाली व्यवस्था को स्वीकार कर लें। जब तक दूसरा दल अपना बहुमत साबित न कर पाए तब तक के लिए पूर्ववर्ती व्यवस्था को ही मान्य समझा जाए।
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