अमरीका: चाइल्ड पोर्नोग्राफी के लिए भारतीय युवक को 4 साल की जेलमुठभेड़ में मारा गया आरोपी पुलिस ने आगजनी के आरोपियों की तलाश के लिए शनिवार रात डॉयमर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी शुरू की। इसके अलावा पुलिस ने अब तक 18 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा यही कि हाल के दिनों में पाकिस्तान में महिलाओं की शिक्षा के विरोधी लामबंद हो रहे हैं।
बता दें कि शनिवार को डॉयमर के अधीक्षक पुलिस रॉय अजमल के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया की खबरों में कहा गया था कि जिन स्कूलों में आग लगाई गई थी, उनमें कम से कम 7 केवल लड़कियां के स्कूल हैं। कुछ स्कूलों में किताबें बाहर फेंक दी गईं थीं और फर्नीचर को भी भारी नुकसान पहुँचाया गया था। हालाँकि आरोपी मार डाला गया है लेकिन अब तक फिलहाल किसी संगठन ने इन घटनाओं की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।
स्कूलों पर हमले का सिलसिला पुराना बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में स्कूलों को निशाना बनाने का सिलसिला पुराना है। जिन स्कूलों को निशाना बनाया गया है, बनाया गया, उनमें आठ स्कूल सरकारी थे, जबकि चार स्कूल दूरस्थ और पर्वतीय क्षेत्रों में अफगानिस्तान, चीन और भारत की सीमा पर स्थित गैर लाभकारी संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे थे। यहां हर स्कूल में औसतन लगभग 200 से 300 लड़कियां पंजीकृत हैं। बताया जा रहा है डॉयमर जिले में 2004 से 2011 के बीच भी ऐसे ही हमले हुए थे। बता दें कि पाकिस्तान के गिलगिट-बाल्टिस्तान में साक्षरता दर न्यूनतम है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2007 से 2015 के बीच पाकिस्तान में कुल 867 शिक्षण संस्थाओं पर हमले हुए हैं जिनमें 392 लोगों की मौत हो गई तथा 724 लोग घायल हुए हैं।
पीओके: पहले आतंकियों ने बरसाई आग अब कुदरत बरपा रहा कहर, बेहाल लोग पर प्रशासन को परवाह नहीं पीटीआई के चेयरमैन इमरान खान ने स्कूलों पर हमले की निंदा की है और वादा किया है कि उनकी पार्टी देश भर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रावधान को सुनिश्चित करने के लिए अपने एजेंडे को लागू करेगी। उन्होंने कहा कि लड़कियों की शिक्षा आने वाली सरकार की नीतियों का एक अभिन्न हिस्सा है।