scriptपाकिस्तान में लड़कियों के स्कूलों को जलाने वाले मुख्य संदिग्ध की मौत, पुलिस ने मुठभेड़ में मारा गिराया | Suspect behind torching of Pakistan girl's schools killed in encounter | Patrika News

पाकिस्तान में लड़कियों के स्कूलों को जलाने वाले मुख्य संदिग्ध की मौत, पुलिस ने मुठभेड़ में मारा गिराया

locationनई दिल्लीPublished: Aug 05, 2018 03:03:29 pm

पाकिस्तान में स्कूलों को निशाना बनाने का सिलसिला पुराना है। जिन स्कूलों को निशाना बनाया गया, उनमें आठ स्कूल सरकारी थे । जबकि चार स्कूल दूरस्थ और पर्वतीय क्षेत्रों में अफगानिस्तान, चीन और भारत की सीमा पर स्थित गैर लाभकारी संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे थे।

gilgit school burnt

पाकिस्तान: गिलगिट-बाल्टिस्तान में लड़कियों के स्कूलों को जलाने वाले मुख्य संदिग्ध की मौत

लाहौर। पाकिस्तान के गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र में लड़कियों के 14 स्कूलों में आग लगाने वाले मुख्य संदिग्ध को रविवार को तलाशी अभियान के दौरान हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया। पाकिस्तान पुलिस के प्रवक्ता ने बताया है कि डॉयमर जिले के चिलास, दरेल व तंगेर तहसीलों के स्कूलों में शुक्रवार देर रात आगजनी करने की घटना के पीछे मुख्य संदिग्ध शफीक नाम का व्यक्ति था।पुलिस ने बताया कि शफीक का किसी आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं है।
अमरीका: चाइल्ड पोर्नोग्राफी के लिए भारतीय युवक को 4 साल की जेल
मुठभेड़ में मारा गया आरोपी

पुलिस ने आगजनी के आरोपियों की तलाश के लिए शनिवार रात डॉयमर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी शुरू की। इसके अलावा पुलिस ने अब तक 18 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा यही कि हाल के दिनों में पाकिस्तान में महिलाओं की शिक्षा के विरोधी लामबंद हो रहे हैं।
बता दें कि शनिवार को डॉयमर के अधीक्षक पुलिस रॉय अजमल के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया की खबरों में कहा गया था कि जिन स्कूलों में आग लगाई गई थी, उनमें कम से कम 7 केवल लड़कियां के स्कूल हैं। कुछ स्कूलों में किताबें बाहर फेंक दी गईं थीं और फर्नीचर को भी भारी नुकसान पहुँचाया गया था। हालाँकि आरोपी मार डाला गया है लेकिन अब तक फिलहाल किसी संगठन ने इन घटनाओं की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।
स्कूलों पर हमले का सिलसिला पुराना

बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में स्कूलों को निशाना बनाने का सिलसिला पुराना है। जिन स्कूलों को निशाना बनाया गया है, बनाया गया, उनमें आठ स्कूल सरकारी थे, जबकि चार स्कूल दूरस्थ और पर्वतीय क्षेत्रों में अफगानिस्तान, चीन और भारत की सीमा पर स्थित गैर लाभकारी संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे थे। यहां हर स्कूल में औसतन लगभग 200 से 300 लड़कियां पंजीकृत हैं। बताया जा रहा है डॉयमर जिले में 2004 से 2011 के बीच भी ऐसे ही हमले हुए थे। बता दें कि पाकिस्तान के गिलगिट-बाल्टिस्तान में साक्षरता दर न्यूनतम है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2007 से 2015 के बीच पाकिस्तान में कुल 867 शिक्षण संस्थाओं पर हमले हुए हैं जिनमें 392 लोगों की मौत हो गई तथा 724 लोग घायल हुए हैं।
पीओके: पहले आतंकियों ने बरसाई आग अब कुदरत बरपा रहा कहर, बेहाल लोग पर प्रशासन को परवाह नहीं

पीटीआई के चेयरमैन इमरान खान ने स्कूलों पर हमले की निंदा की है और वादा किया है कि उनकी पार्टी देश भर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रावधान को सुनिश्चित करने के लिए अपने एजेंडे को लागू करेगी। उन्होंने कहा कि लड़कियों की शिक्षा आने वाली सरकार की नीतियों का एक अभिन्न हिस्सा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो